राजस्थान तथा हरियाणा की सीमा से लगते क्षेत्र के गांवों में दहेज प्रथा रूपी दानव को खत्म करने की मुहिम लगातार जारी है । इसी कड़ी में गांव डाबड़ी निवासी अशोक पुत्र आजाद सिंह कुलडिया (ब्लॉक डायरेक्टर डाबड़ी,पंचायत समिति भादरा) और शेरपुरा निवासी जगतपाल ढिढारिया की बेटी पूजा डिढारिया की शादी 2 दिसंबर 2022 को धूमधाम से संपन्न हुई। शादी में सभी परंपरागत रस्में अदा की गई । जब विदाई के समय वधू पक्ष की ओर से 7 लाख 11 हजार रुपए शगुन की थाली में रखे गए तो वर के पिता ने शगुन के रूप में मात्र 1 रुपया और नारियल यह कहकर स्वीकार किया कि दुल्हन ही दहेज है। यह दहेज मुक्त शादी हरियाणा तथा निकटवर्ती राजस्थान में चर्चा का विषय बनी हुई है।
हालांकि 7 लाख 11 हजार रुपए एक बहुत बड़ी रकम मानी जाती है वही दहेज के रूप में 7 लाख 11 हजार रुपए ना लेकर मात्र 1 रुपया व नारियल लेना एक सराहनीय कार्य है। समाज के अन्य लोगों को भी सबक लेकर दहेज प्रथा रूपी दानव को खत्म करना चाहिए।
इस समय विवाह डाबड़ी के रहने वाले अशोक पुत्र आजाद सिंह कुलडिया (ब्लॉक डायरेक्टर डाबड़ी,पंचायत समिति भादरा) और शेरपुरा निवासी जगतपाल ढिढारिया की बेटी पूजा डिढारिया की 2 दिसंबर 2022 को शादी थी जिसमे वधु पक्ष की तरफ से शगुन के रूप में 711000 (सात लाख ग्यारह हजार रुपए ) रखे गए थे वर पक्ष ने पूरी रकम से एक रुपया व नारियल लेकर समाज में शानदार सामाजिक संदेश दिया है ।
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