कुरुक्षेत्र। जमीन की खरीद फरोख्त में मुनाफा और ऑस्ट्रेलिया की नागरिकता दिलाने के नाम 72 लाख 80 हजार 500 रुपये की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर दंपति सहित चार आरोपियों को नामजद किया है।
थाना कृष्णा गेट पुलिस में दर्ज शिकायत में हरदीप सिंह निवासी हरगोबिंद नगर ने कहा कि नरेन्द्र सिंह उर्फ आजाद निवासी गुरदेव नगर से उसकी जान-पहचान थी। आरोपी उसकी ट्रैक्टर वर्कशॉप पर आता-जाता था। आरोपी उससे एक लाख रुपये उधार लेकर गया था, जिसे लौटाने के लिए वह अपने दोस्त दीपक सिंगला के साथ आया था। इन दोनों ने उसे कार और जमीन की खरीद फरोख्त में मोटा मुनाफा कमाने की बात कही थी। आरोपियों ने उससे तीन लाख लेकर कार बाजार में लगा दिए थे। हालांकि उसने यह रकम उधार में दी थी।उसके बाद आरोपियों ने उसको छह अप्रैल को को रेलवे रोड पर एक प्लॉट दिखाकर 12 अप्रैल को तीन लाख रुपये लेकर बयाना कराया था। 19 अप्रैल को उसने आरोपी नरेंद्र सिंह के खाते छह लाख रुपये आरटीजीएस के माध्यम से डाले थे। आरोपियों ने उससे प्लॉट के बयाना के नाम पर कुल 30 लाख ले लिए थे। वहीं आरोपी दीपक उसे बयाने का कागज देकर कमीशन के तौर पर 80 हजार 500 रुपये ले गया था। उसके बाद भी आरोपियों ने उसे सलारपुर रोड पर एक और प्लॉट दिखाया और उसके मना करने के बाद उसमें अपना भागीदार बनाकर बयाने के नाम पर 12 लाख रुपये ले लिए थे।
काफी समय बाद उसने अपने प्लॉट बेचकर विदेश जाने के लिए रकम मांगी तो आरोपियों ने प्रॉपर्टी मंदी की बात कहकर उसे ऑस्ट्रेलिया की नागरिकता देकर भेजने का आश्वासन दिया। इसके लिए आरोपी नरेंद्र ने अपने ऑस्ट्रेलिया में रह रहे भाई साहब सिंह उर्फ साबी से उसकी बातचीत कराई। आरोपियों ने आश्वासन दिया कि उसका भाई ऑस्ट्रेलिया की स्पॉन्सर भेज देगा और उसकी पत्नी सहित उनको वीजा मिल जाएगा।
काफी समय बाद उसने अपने प्लॉट बेचकर विदेश जाने के लिए रकम मांगी तो आरोपियों ने प्रॉपर्टी मंदी की बात कहकर उसे ऑस्ट्रेलिया की नागरिकता देकर भेजने का आश्वासन दिया। इसके लिए आरोपी नरेंद्र ने अपने ऑस्ट्रेलिया में रह रहे भाई साहब सिंह उर्फ साबी से उसकी बातचीत कराई। आरोपियों ने आश्वासन दिया कि उसका भाई ऑस्ट्रेलिया की स्पॉन्सर भेज देगा और उसकी पत्नी सहित उनको वीजा मिल जाएगा।
आरोपियों ने बताया कि नागरिकता लेने के लिए पति-पत्नी का 60 से 65 लाख रुपये खर्च होंगे। वह अपने प्लॉटों के पैसे काटकर उन्हें 30 से 35 लाख रुपये देगा तो उसका वीजा लग जाएगा। उसके बाद नरेंद्र अपनी पत्नी कुलविंद्र कौर के साथ उसके घर आया और उसने अपने भाई जगदीप सिंह से 15 लाख रुपये उधार लेकर उनको दिए थे। कुछ दिन बाद आरोपी उसे स्पॉन्सर लेटर दिखाकर पांच लाख रुपये ले गए। उसने लेटर की जांच कराई तो वह फर्जी मिला। उसने अपने रुपये वापस मांगे तो आरोपियों ने आत्महत्या के लिए उकसाने के केस में फंसाने की धमकी दी। शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
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