राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सिरसा जिले को देंगी 1090 करोड़ की लागत से बनने वाले मेडिकल कॉलेज की सौगात, कुरुक्षेत्र से करेंगी शिलान्यास

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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सिरसा जिले को देंगी 1090 करोड़ की लागत से बनने वाले मेडिकल कॉलेज की सौगात, कुरुक्षेत्र से करेंगी शिलान्यास


सिरसा, 28 नवंबर।  भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू मंगलवार को सिरसा जिले को मेडिकल कॉलेज की सौगात देंगी। वे कुरुक्षेत्र से इस मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास करेंगी। यह मेडिकल कॉलेज करीब 1090 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होगा। इससे सिरसा जिले व आसपास के अन्य क्षेत्रों की जनता को अत्याधुनिक स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं मिलेंगी।  


मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल प्रदेश के हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। इसी कड़ी में सिरसा जिले के मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य शुरू हो रहा है।

उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने बताया कि राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, सिरसा की स्थापना मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान को अधिक प्रोत्साहन देने और राज्य में लोगों को सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से की जा रही है।

539 बिस्तर के इस मेडिकल कॉलेज को करीब 22 एकड़ में बनाया जाएगा। इस पर करीब 1090 करोड़ की लागत आएगी तथा इसमें 100 एमबीबीएस की सीटें होंगी। सिरसा रेलवे स्टेशन से इसकी दूरी मात्र 2.6 किलोमीटर और सिरसा बस अड्डे से इसकी दूरी 1.9 किलोमीटर होगी।    
सभी सुविधाओं से सुसज्जित होगा सिरसा का मेडिकल कॉलेज
       
उपायुक्त ने बताया कि सिरसा के इस मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस छात्र और इंटर्न हॉस्टल ब्लाक बनाया जाएगा। लड़कों के लिए अलग (300 क्षमता) और लड़कियों के लिए (200 क्षमता) 500 छात्रों और 100 इंटर्न को डबल सीटिंग में आवास प्रदान करने का प्रस्ताव दिया गया है।  

हॉस्टल ब्लाक में रसोई और भोजन, जिम, योग कक्ष, मनोरंजन कक्ष, वाचनालय आदि जैसी सुविधाएं भी शामिल होंगी। नर्सिंग कन्या छात्रावास में कुल 250 छात्राओं को डबल शेयरिंग में आवास उपलब्ध कराने का प्रस्ताव है। महाविद्यालय के निदेशक एवं चिकित्सा अधीक्षक के लिए परिसर में आवासीय सुविधा प्रस्तावित है।  

एकीकृत जूनियर और सीनियर रेजिडेंट छात्रावास ब्लाक को 100 छात्रों (50 सीनियर रेजिडेंट और 50 जूनियर रेजिडेंट) को आवास प्रदान करने का प्रस्ताव दिया गया हैं।

मेडिकल कॉलेज में ये होंगे मुख्य विभाग-- उपायुक्त ने बताया कि इस मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल हरियाणा राज्य और इसके पडोसी राज्यों जैसे पंजाब और राजस्थान को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगा।

 इसमें एनाटामी, फिजियोलाजी, बायोकेमिस्ट्री, पैथोलाजी, माइक्रोबायोलाजी, फार्माकोलाजी, फोरेंसिक मेडिसिन एवं टॉक्सिकोलॉजी और कम्युनिटी मेडिसन जैसे विभाग शामिल होंगे। इसके साथ-साथ आपातकालीन चिकित्सा, हडडी रोग, बाल रोग, मनोचिकित्सा, सामान्य शल्य चिकित्सा, श्वसन चिकित्सा, नेत्र विज्ञान, ओटोरहिनालरिंजोलाजी, सामान्य चिकित्सा, त्वचा विज्ञान, प्रसूति एवं स्त्री रोग, बर्न यूनिट, आईसीयू, पीआईसीयू, आईसीसी एनआईसीयू, जेल वार्ड, एआरटी वार्ड और निजी वार्ड भी होंगे।


कम लिंगानुपात वाले गांवों में चलाएं जागरुकता अभियान : उपायुक्त पार्थ गुप्ता
-लिंगानुपात में जिला को फिर से नंबर वन बनाने की दिशा में करें काम
-स्ट्रीट चाइल्ड बच्चों का सर्वे कर मुख्यधारा से जोडऩे का करें काम
-आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों की सुविधा अनुसार चलाएं गतिविधियां
-उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक कर विभाग की गतिविधियों की समीक्षा, दिए आवश्यक दिशा निर्देश
सिरसा, 28 नवंबर। उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कहा कि जिला सिरसा को लिंगानुपात में फिर से नंबर वन बनाने की दिशा में कार्य किया जाए। इसके लिए जिला के कम लिंगानुपात वाले गांवों को चिन्हित करते हुए उनमें जागरुकता के लिए प्रभावी गतिविधियां चलाई जाएं, ताकि लोगों में लड़कियों के प्रति सकारात्मक सोच पैदा हो।
उपायुक्त सोमवार को जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक कर विभाग की गतिविधियों की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने लिंगानुपात, स्ट्रीट चाइल्ड, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, वन स्टॉप सैंटर, आंगनवाड़ी केंद्र आदि में चल रही गतिविधियों व कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि सिरसा जिला लिंगानुपात में हमेशा ही बेहतर रहा है। अब फिर से इस मुकाम को पाने के लिए प्रभावी रुप से काम करने की जरुरत है। उन्होंने निर्देश दिए कि जिला के कम लिंगानुपात वाले गांवों में अधिक से अधिक गतिविधियां चलाई जाएं। लोगों को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान से संबंधित योजनाओं की जानकारी देते हुए उन्हें जागरुक किया जाए। उन्होंने कहा कि कोई भी लड़की शिक्षा से वंचित न रहे। सर्वे कर स्कूल ड्रॉप आउट बच्चों को चिन्हित कर उनका स्कूल में प्रवेश करवाएं। उन्होंने वन स्टॉप सेंटर की गतिविधियों की जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। 
आईसीडीएस विभाग की पीओ डा. दर्शना सिंह ने बताया कि लिंग जांच पर रोक लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से पीएनडीटी एक्ट के तहत रेड की जाती हैं। उन्होंने पोषण बारे चलाई जा रही गतिविधियों की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आमजन को सही खान-पान बारे जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत चिन्हित गांवों में विभाग द्वारा विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कर लोगों को बेटियों को अच्छी शिक्षा देने व उनके स्वास्थ्य को लेकर जागरूक जा रहा है। इसके अलावा विभाग द्वारा समय-समय पर विभिन्न गतिविधियां जैसे मैराथन, लोहड़ी उत्सव, कुआं पूजन, प्रतिमाह बेटियों का जन्म दिवस मनाया जाता है।

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