सिरसा। उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने बताया कि वर्तमान मानसून सीजन में औसत से अधिक बारिश के कारण पानी की निकासी न होने से सिरसा जिले के नाथूसरी चौपटा ब्लाक के गांव नाथूसरी कलां, तरकांवाली, शक्करमन्दोरी, रूपाणा, लुदेसर, रूपावास, गुडियाखेड़ा, माखोसरानी, मानक दिवान, हंजीरा व नहराणा में पानी के भराव की स्थिति बनी हुई है।
इस समस्या को दूर करने के लिए वन विभाग हरियाणा द्वारा विगत कई वर्षों से एग्रो फोरेस्ट्री स्कीम द्वारा ऐसी सेमग्रस्त जमीनों में क्लोन सफेदा पौधारोपण द्वारा सेम की दूर करने के प्रयास किए गए हैं। इस प्रयोग द्वारा किसानों ने अपनी सेम की समस्या को तो खत्म किया है, साथ ही उन द्वारा उत्पादित लकड़ी से अतिरिक्त आय भी प्राप्त की जा रही है।
जिला वन अधिकारी नवल किशोर ने बताया कि सिरसा वन मंडल द्वारा इस वर्ष ऐसी सेमग्रस्त जमीनों में क्लोन सफेदा पौधारोपण द्वारा दुरुस्त करने के लिये 335 हेक्टेयर का लक्ष्य रखा गया है जिसमें 1 हेक्टेयर में 1100 पौधों का पौधारोपण शामिल है। इसमें 10 प्रतिशत अन्य प्रजातियों के पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
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