लम्पी रोग का कहर जारी, दुसरे राज्यों से हरियाणा में पशुओं को लाने व ले जाने पर पाबंदी

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लम्पी रोग का कहर जारी, दुसरे राज्यों से हरियाणा में पशुओं को लाने व ले जाने पर पाबंदी

 सिरसाउपायुक्त अजय सिंह तोमर ने कहा कि पशु पालक पशुओं में लंपी बीमारी को लेकर घबराए नहीं बल्कि सजग होकर उनकी देखभाल करें। 



सिरसा में लंपी बीमारी के उपचार के लिए वैक्सीन आ चुकी है और पशुपालन विभाग द्वारा चिकित्सालय स्तर पर उनका वितरण शुरू कर दिया गया है। जिला में स्थित 60 पशु चिकित्सालय और 168 पशु औषधालयों के माध्यम से गठित टीमों द्वारा टीकाकरण किया जा रहा है। पशुपालन विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि वे छुट्टïी वाले दिन भी टीकाकरण जारी रखें। इसके अलावा संबंधित एसडीएम अपने अपने क्षेत्रों में शहरी व ग्रामीण इलाकों में लगातार मॉनेटरिंग करें और गौशालाओं में फोगिंग व कीटाणु रहित दवा का छिड़काव करवाया जाए।

उपायुक्त ने बताया कि अंतर्राज्य व दूसरे जिला में पशुओं को लाने व ले जाने पर पाबंदी रहेगी। इसकी निगरानी के लिए पुलिस विभाग द्वारा नाकाबंदी की गई है। जिन पशुओं की मौत लंपी स्किन बीमारी से हो जाती है, उन पशुओं को गहरा 8 से 10 फिट गहरा गड्ढा खोदकर सहीं तरीके से दफनाने का कार्य करे ताकि यह बीमारी अन्य स्वस्थ पशुओं में न फैले।

उपायुक्त ने बताया कि वायरल जनित बीमारी होने के कारण इसका कोई स्पेसिफिक उपचार नहीं है, बीमार पशुओं को स्वस्थ पशुओं से अलग रखा जाता है तथा लक्षनानुसार पशु का इलाज किया जाता है। अगर पशु को बुखार है तो बुखार की दवाई, अगर पशु के दर्द है तो दर्द की दवाई तथा सोजिश है तो सोजिश की दवाई दी जाती है। चमड़ी के ऊपर गांठो पर एंटीसेप्टिक दवाई का लेप लगाना चाहिए। तरल व नरम भोजन खिलाना चाहिए तथा हरे चारे की मात्रा प्रचुर मात्रा में होनी चाहिए।

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