कुम्हारिया में 300 से ज्यादा गाय लंपी रोग से ग्रसित, 5 की मौत, चौपटा क्षेत्र की गौशालाओं में गोवंश लंपी रोग की चपेट में, पूरी जानकारी के लिए क्लिक करें... choptaplus

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कुम्हारिया में 300 से ज्यादा गाय लंपी रोग से ग्रसित, 5 की मौत, चौपटा क्षेत्र की गौशालाओं में गोवंश लंपी रोग की चपेट में, पूरी जानकारी के लिए क्लिक करें... choptaplus

 

चौपटा। राजस्थान की सीमा से सटे नाथूसरी चौपटा खंड में लंपी बीमारी ने विकराल रूप धारण कर रखा है । गायों में लगातार लंपी स्किन रोग बढ़ता जा रहा है। गौशालाओं में गायों में लगातार लंबी बीमारी बढ़ती जा रही है।

 क्षेत्र के 20 से ज्यादा गांवों से 5 से 10 पशुओं की मौत हो चुकी है। राज्य के अंतिम छोर पर पड़ने वाले गांव कुम्हारिया में 5 गोवंश ने लंपी बीमारी के चपेट में आकर दम तोड़ दिया। श्री महा रानी सती दादी गोशाला कुम्हारिया में 25 गोवंश लंपी स्किन रोग की चपेट में है और गांव में 300 से ज्यादा गोवंश लंपी बीमारी से जूझ रहे हैं। बीमारी के कारण गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है।  और क्षेत्र में पशु चिकित्सा विभाग मात्र टीकाकरण के सहारे ही रोग को रोकने में लगा हुआ हैं। क्षेत्र के कागदाना, रामपुरा ढिल्लों, गिगोरानी, कुम्हारिया, खेड़ी सहित कई गांवों की गौशालाओ में गोवंश में लंपी रोग का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है इन गांवों में हर घर में गोवंश  रोग की चपेट में है।  ग्रामीण अपने स्तर पर गायों का इलाज करवा रहे हैं इलाज के दौरान लगातार गायों की मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है।  

कुम्हारिया के ग्रामीण प्रह्लाद सिंह, अमर सिंह, जगतपाल ने बताया कि गांव में 300 से ज्यादा गोवंश लंपी रोग की चपेट में है और गांव की गौशाला में 25 से ज्यादा गोवंश रोग की चपेट में है। गांव निर्माण में किसान अजय कुमार की गाय की बच्छी ने लंबी रोग की चपेट में आकर दम तोड़ दिया। कुम्हारिया में ओमप्रकाश की गाय, कृष्ण कुमार की दुधारू गाय, जगदीश के बैल, किड़ू राम के बैल और जयसिंह की दुधारू गाय ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

 उन्होंने बताया कि रोग की चपेट में आने के बाद उन्होंने अपने स्तर पर भारी भरकम रकम खर्च कर इलाज शुरू करवाया लेकिन अपने गोवंश को नहीं बचा सके।  

1200 डोज टीकाकरण के लिए उपलब्ध हुई, और उससे कुम्हारिया, रामपुरा ढिल्लों सहित कई गौशालाओं में गायों को टीकाकरण किया जा चुका है। तथा बीमार गोवंश को लक्षण के अनुसार दवाइयां देने के लिए पशुपालकों को बताया जा रहा है।  जब भी और टीके उपलब्ध होंगे तो पशुओं  का टीकाकरण किया जाएगा।--- राकेश कड़वासरा वेटरनरी सर्जन रामपुरा ढिल्लों



फोटो। गांव कुम्हारिया में लंबी रोग की चपेट में गाय,
 




निरबाण में मृत गाय को दफनाते की तैयारी करते हुए


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