इंस्पेक्टर हरिराम शर्मा को 6 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए एसीबी की टीम ने दबोचा, पूरी जानकारी के लिए क्लिक करें...

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इंस्पेक्टर हरिराम शर्मा को 6 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए एसीबी की टीम ने दबोचा, पूरी जानकारी के लिए क्लिक करें...


राजस्थान की राजधानी जयपुर में एसीबी की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गोविंदगढ़ थाने के इंस्पेक्टर हरिराम शर्मा को 1000000 रुपए की रिश्वत लेते हुए दबोचा है। आरोपीत हरिराम शर्मा दलाल एडवोकेट विश्वनाथ शर्मा के मार्फत यह रिश्वत की राशि ले रहा था ।

400000 रुपए की रिश्वत की राशि आरोपी इंस्पेक्टर ने वेरिफिकेशन के दौरान पहले ले रखी थी।  बाकी बची हुई 600000 रुपए की रिश्वत की राशि को लेकर आज इंस्पेक्टर हरिराम शर्मा ने परिवादी को  दलाल एडवोकेट विश्वनाथ शर्मा के मार्फत थाने से करीब 3 किलोमीटर की दूरी पर बुलाया था ।


 लेकिन कार्रवाई की भनक लगते ही 600000 की रिश्वत की राशि लेकर दलाल विश्वनाथ शर्मा अपने गाड़ी में भागने लगा।  इस दौरान एसीबी की टीम ने करीब 10 किलोमीटर दूर तक दलाल का पीछा किया। इस दौरान बीच रास्ते में ही दलाल एडवोकेट 600000 की रिश्वत की राशि बीच रास्ते में ही फेंक कर फरार हो गया। इस दौरान टीम ने 600000 की रिश्वत की राशि बरामद कर ली । और रिकॉर्डिंग में हरिराम शर्मा द्वारा मांगी जा रही 1000000  रुपए की रिश्वत को लेकर एसीबी की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।   

एएसपी बजरंग सिंह ने बताया कि गोविंदगढ़ थाने के एसएचओ हरिनारायण शर्मा ने धोखाधड़ी के मामले में परिवादी को निकालने के एवज में एक वकील के जरिए 10 लाख रुपए में सौदा तय किया। एक वकील ने 4 लाख रुपए लेकर बुधवार को SHO दे दिए थे और आज 6 लाख रुपए लेकर थाने आ रहा था। इस दौरान पीछे ACB आने की भनक लगने पर वह 6 लाख रुपए सड़क पर फेंककर फरार हो गया। ACB ने 6 लाख रुपए बरामद कर लिए हैं। फिलहाल ACB की टीम पूरे में मामले में जांच कर रही है और फरार वकील की तलाश कर रही है।

यह था पूरा मामला
परिवादी जयपुर निवासी निर्मल कुमार ने एसीबी में शिकायत की थी। गोविंदगढ़ थाने में बनवारी लाल मील, अमरचंद, शैलेंद्र चौधरी, पाबूराम चौधरी ने मेरे खिलाफ झूठा मुकदमा जमीन पर कब्जा करने का दर्ज करवाया था। दर्ज प्रकरण में बताया कि निर्मल कुमार, एसएन गुप्ता को घटनास्थल पर देखा गया था। जिस पर थाने से दबाव आने पर मैंने पुलिस को बताया कि उस दिन मैं पूरे दिन जयपुर में था तथा मेरे जयपुर में होने के मेरी कार के सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध करवाएं। इस पर मुझे वकील विश्वनाथ द्वारा बताया गया कि मेरी सीओ राजेश ढाका व SHO हरिनारायण शर्मा से अच्छी जानकारी है। आपका मामला में सैटल करवा देता हू। इस बदले में 10 लाख रुपए की डिमांड की गई। जिस पर परिवादी ने 4 लाख रुपए विश्वनाथ को बुधवार को दे दिए। विश्वनाथ ने रात को बताया कि मैंने SHO हरिनारायण शर्मा को दे दिए हैं और गुरुवार सुबह 11 बजे 6 लाख रुपए और देना तय हुआ है।

कार्रवाई की भनक लगने पर दलाल फरार
परिवादी के शिकायत के बाद बुधवार को सत्यापन के बाद गुरुवार को एसीबी के निर्देशन पर परिवादी रुपए लेकर राजमार्ग पर पशुपतिनाथ ढाबे पहुंचा और दलाल विश्वनाथ को फोन किया। जिस पर उसने हाड़ौता में रुपए देने की बात कही तथा वहां पर फौजी कैफे में विश्वनाथ लाल कलर की गाड़ी लेकर आया और 6 लाख रुपए मांगे तथा सीआई से व्हाट्सऐप पर परिवादी की बात करवाई साथ ही SHO से कहा कि पैसे आ गए हैं और फोन काट दिया। इस दौरान दलाल को एसीबी की कार्रवाई की भनक लग गई है कार से नीचे नहीं उतरा तथा हाड़ौता से वह भोपावास की ओर जा रहे रास्ते से भाग निकला। जिस पर एसीबी पीछा करने लगी। ऐसे में दलाल बीच रास्ते में रुपए पटककर फरार हो गया।


हरिराम शर्मा परिवादी से 1000000 की रिश्वत उसके खिलाफ दर्ज हुए 15 बीघा जमीन के धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार नहीं करने और उसका नाम हटाने की एवज में मांग रहा था । जिसकी शिकायत परिवादी ने एसीबी मुख्यालय में दर्ज कराई थी योजना के तहत वेरिफिकेशन के दौरान  400000 की राशि लेने के बाद आज 600000 की राशि के साथ रंगे हाथों एसीबी की टीम ने इंस्पेक्टर हरिराम शर्मा को गिरफ्तार कर लिया.... एसीबी की टीम आरोपी हरिराम शर्मा से पूछताछ कर रही है। 

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