राजस्थान के बैंक मैनेजर की कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। विजय कुमार हनुमानगढ़ जिले के भगवान गांव के रहने वाले थे। चार महीने पहले ही 10 फरवरी को मनोज कुमारी से विजय की शादी हुई थी। शादी के 10 दिन बाद ही ड्यूटी पर लौट गए थे। जाते समय पत्नी से वादा कर गए थे कि वे जल्दी ही उसे अपने साथ ले जाएंगे। वादा निभाया भी और एक महीने पहले पत्नी को लेकर भी गए। उन्होंने परिवार से वादा किया था कि जुलाई में साथ आएंगे, लेकिन अब पत्नी विजय का शव लेकर गांव लौट रही है।
इधर, विजय के मौत की खबर सुनते ही गांव में सन्नाटा पसर गया। हर कोई हैरान था कि अंजान शहर में कैसे कोई इतनी दुश्मनी पाल सकता है कि बैंक में काम कर रहे विजय की हत्या कर दी। एक महीने पहले उनका छोटा भाई उनकी पत्नी को कश्मीर छोड़कर आया था। परिवार ने तो अभी तक उनकी शादी की फोटो व वीडियो तक नहीं देखा है। परिवार वाले कहते थे कि जब तू आ जाएगा तब साथ में वीडियो देखेंगे। यह वीडियो व फोटो कुछ दिन पहले ही बनकर तैयार हुए हैं। bank maneger vijay kumar beniwal,
विजय कुमार
कुलगाम जिले के अरेह मोहनपोरा स्थित इलाकाई देहाती बैंक (EDB) में मैनेजर थे। चार साल से कश्मीर में ही
पोस्टेड थे। हनुमानगढ़ के पक्का सारण गांव में शादी हुई थी। शादी के 10 दिन बाद ही ड्यूटी जॉइन कर ली। इसके बाद वे एक
बार भी अपने मां-बाप से मिलने गांव नहीं आए। परिवार के लोगों ने बताया कि विजय
कैडर चेंज करवाना चाहता था। इसके लिए एग्जाम भी दे चुका था। रोजाना करते थे घर पर
वीडियो कॉल
विजय कुमार के
पिता सरकारी अध्यापक हैं। वे बिरकाली गांव में नियुक्त हैं। एक छोटा भाई है। जो पढ़
रहा है। कश्मीर के हालातों से परिवार वाकिफ था, इसलिए माता पिता रोजाना वीडियो कॉल पर बेटे-बहू से बात करते
थे। इस दौरान विजय माता-पिता को यही कहते थे कि यहां सब ठीक है और आप लोग भी यहां
घूमने आओ। बताया जा रहा है कि विजय कुमार का शव आज शाम तक गांव पहुंचेगा। शव उनकी
पत्नी ही लेकर आ रही हैं। उनके साथ वहां नोहर के रहने वाले कुछ लोग भी हैं।
इधर, विजय कुमार की हत्या की जिम्मेदारी कश्मीर फ्रीडम फाइटर्स(KFF) नाम के संगठन ने ली है। इस आतंकवादी संगठन के प्रवक्ता वसीम मीर ने लेटर जारी कर कहा- अब भी मोदी के झांसे में आना बंद नहीं किया तो अगला नंबर आपका होगा। कश्मीर से किसी भी तरह की छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं।
0 टिप्पणियाँ