प्रति एकड़ करीब 4.5 से 5 लाख रुपए तक हो रही आमदनी
गांव चोरमार के
प्रगतिशील किसान गुरप्रीत सिंह ने बताया कि वह 50 एकड़ में झींगा मछली का पालन कर रहे हैं, जिनमें 9 एकड़ पंचायती जमीन भी शामिल है, जिसे पट्ïटे पर लिया हुआ
है। उन्होंने एमएससी तक पढ़ाई की हुई है। पहले प्राइवेट जॉब करते थे, लेकिन खुद का रोजगार करने की ललक से चार साल
पहले उन्होंने झींगा मछली पालन की शुरुआत की। अब उन्हें सालाना करीब 4.5 से 5 लाख रुपए तक प्रति एकड़ आमदनी आसानी से हो रही है। झींगा मछली की डिमांड बहुत
ज्यादा है, इसलिए इसकी मार्केटिंग
बेहतर है। उनका झींगा गुजरात, कलकता, आंध्रा आदि प्रदेश में जाता है। कभी प्राईवेट
जॉब करने वाले गुरप्रीत सिंह दूसरों को रोजगार उपलब्ध करवा रहे हैं।
पट्ïटे पर जमीन लेकर कर रहे झींगा मछली पालन की
खेती
गांव चोरमार निवासी किसान गुरदीप सिंह ने बताया कि उन्होंने 16 एकड़ पंचायती जमीन को पट्टïे पर लिया हुआ है , जिसमें वे झींगा मछली पालन की खेती से करीब 4.5 से 5 लाख रुपए तक प्रति एकड़ की आमदनी हो रही है। उन्होंने बताया कि वे 2018 से झींगा मछली पालन कर रहे हैं। उन्हें सरकार की ओर से जिला मत्स्य विभाग के माध्यम से सब्सिडी का लाभ भी मिला है।
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