दयानंद स्कूल चौपटा में बच्चों को समझाया क्या होता है गुड टच व बैड टच

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दयानंद स्कूल चौपटा में बच्चों को समझाया क्या होता है गुड टच व बैड टच

 चौपटा । दयानन्द सीनियर सेकेंडरी स्कूल नाथूसरी चौपटा में कक्षा नर्सरी से पाँचवी तक के बच्चों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया । जिसमें बच्चों को अच्छा स्पर्श (गुड टच) व बुरा स्पर्श (बैड टच) के बारे में जानकारी दी गई । इस कार्यशाला में बतौर मुख्यातिथि किड्स हैवन प्री-स्कूल की शाखा दिल्ली, गुरूग्राम, मुम्बई की निदेशक नेहा गुलानी पहुंची । इस मौके पर स्कूल चैयरमैन भरत सिंह कासनियां, विजेन्द्र गोदारा, प्राचार्या डॉ अंजू शर्मा व उपप्राचार्या शिखा गोदारा ने मुख्यातिथि का अभिनन्दन किया। 


बच्चों को गुड टच व बैड टच के बारे में विभिन्न क्रियाकलापों के माध्यम से समझाते हुए नेहा गुलानी ने बताया कि अगर आपको कोई स्पर्श करे तो उससे आप को अच्छा लगे तो ये गुड टच होता है तथा जब कोई आपको कोई इस तरह से स्पर्श करे कि आप को उससे बुरा लगे तो ये बैड टच होता है। उन्होंने बताया कि माता-पिता को बच्चों के बदलते व्यवहार की जानकारी होनी चाहिए। माता-पिता व बच्चों के प्यार तथा भरोसेमंद बंधन बनाना आवश्यक है, जहां बच्चे बिना डर के आपको कुछ भी बता सकते है । बच्चों को जागरूक करते हुए उन्होंने समझाया कि उनके शरीर को छूना अच्छा न लगे तो उसका कड़ा विरोध करें और ऐसी बातें माता-पिता को आकर जरूर बताएं।  

बच्चों में आत्मविश्वास बढाना सबसे जरूरी है तथा बच्चों के मन से डर दूर करना व उन्हें ना कहना सिखाएं। इस अवसर पर बच्चों के अभिभावकगण ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कर बताए गए निर्देशों की पालना करने की शपथ ली।


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