नोहर में दर्दनाक हादसा- गांव खोपड़ा के खेतों में झोपड़ी में आग लगने से बाप, बेटे व 15 बकरियां जलकर राख

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नोहर में दर्दनाक हादसा- गांव खोपड़ा के खेतों में झोपड़ी में आग लगने से बाप, बेटे व 15 बकरियां जलकर राख

 


hanumangarh jile ke Nohar me hadsa
राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के नोहर तहसील के गांव खोपड़ा के खेतों में एक झोपड़ी में आग लगने से चरवाहे बाप बेटे समेत 15 बकरियां जलकर राख हो गई। इस दर्दनाक घटना से गांव खोपड़ा सहित आसपास के गांवों में मातम छा गया और माहौल गमगीन हो गया।

 जानकारी के अनुसार झोपड़ी में आग लगने से यह दर्दनाक हादसा हुआ और पिता पुत्र जब बकरियों को बचाने में झोपडी में गए तो वो भी आग की चपेट में आ गए और लगभग 15 बकरियां समेत पिता पुत्र भी इस आग का शिकार हो गए।
 

घटना की सूचना मिलते ही नोहर पुलिस मौके पर पहुंची और विधायक अमित चाचाण भी घटना स्थल पर पहुंचे। झोपड़े में आग लगने पर बाप-बेटा उसमें बंधी हुई बकरियों को निकालने के लिए घुस गए। झोपड़े में बंधी बकरियों को खोल ही रहे थे कि जलता हुआ झोपड़ा अचानक भरभराकर उन पर गिर गया। झोपड़े के नीचे दबने से बाप-बेटा और 15 बकरियां जिंदा जल गई। हादसा हनुमानगढ़ जिले के नोहर थाना क्षेत्र के गांव खोपड़ा की रोही में हुआ। father and son dead, 


नोहर थाना क्षेत्र के गांव खोपड़ा की रोही में झोपड़े में आग लगने पर उसमें बंधी बकरियों को बचाने के लिए घुसे पिता-पुत्र जिंदा जल गए। 
नोहर थाना क्षेत्र के गांव खोपड़ा की रोही में झोपड़े में आग लगने पर उसमें बंधी बकरियों को बचाने के लिए घुसे पिता-पुत्र जिंदा जल गए। झोपड़े में आग लगने पर बाप-बेटा उसमें बंधी हुई बकरियों को निकालने के लिए घुस गए। झोपड़े में बंधी बकरियों को खोल ही रहे थे कि जलता हुआ झोपड़ा अचानक भरभराकर उन पर गिर गया। झोपड़े के नीचे दबने से बाप-बेटा और 15 बकरियां जिंदा जल गई। हादसा हनुमानगढ़ जिले के नोहर थाना क्षेत्र के गांव खोपड़ा की रोही में हुआ।

नोहर थानाधिकारी रविन्द्र नरुका ने बताया कि खोपड़ा गांव की रोही में बनी ढाणी के झोपड़े में मंगलवार दोपहर करीब 4 बजे अचानक आग लग गई। आग लगने का पता लगने पर सरजीत सिंह (45) ने झोपड़े में बंधी 15 बकरियों को बाहर निकालने के चक्कर मे झोपड़े में घुस गया। उसके पीछे-पीछे उसका पुत्र कालूराम (15) पुत्र सरजीत सिंह भी बकरियां निकालने के लिए झोपड़े में घुस गया। पिता-पुत्र बकरियां खोल ही रहे थे कि अचानक आग ने भंयकर रूप ले लिया, जिसके चलते झोपड़ा भरभराकर गिर गया। बाप-बेटा झोपड़े के नीचे दब गए और 15 बकरियों समेत जिंदा जल गए।



आसपास के लोगों को आग लगने की जानकारी मिलने पर वे घटना स्थल पर पहुंचे, लेकिन तब तक पिता-पुत्र और बकरियां पूरी तरह से जल चुके थे। आग लगने के कारणों का अभी खुलासा नहीं हो पाया है। घटना की जानकारी मिलते ही नोहर विधायक अमित चाचाण भी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली।

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