कार्यक्रम के मुख्य अथिति विनीत गर्ग ने विश्व पृथ्वी दिवस को मनाने के उद्देश्य व महत्व को बताया साथ ही उपस्थित बीएमसी सदस्यों को राज्य की जैव विविधता के संरक्षण व लोक जैव विविधता पंजिका के महत्व के बारे में बताया। साथ ही स्थानीय लोक संस्कृति व परंपरागत ज्ञान को संजोय रखने की बात कही। मुख्य अतिथि विनित गर्ग ने गांव वाले को यह भी खुशखबरी दी, की ग्राम गुसाईयाना को राष्ट्रीय स्तर पर मिलने वाला अवार्ड "राष्ट्रीय जैव विविधता पुरुस्कार -2023" हेतु देशभर की 200 से ज्यादा जैव विविधता प्रबंधन समितियों में से अंतिम चरण के लिए 21 जैव विविधता प्रबंधन समितियो में चयन किया गया है, यही नही ग्राम की समिति हरियाणा राज्य की एकमात्र समिति है जो इस राष्ट्रीय स्तर की अवार्ड हेतु शामिल हुई है जो न केवल ग्राम के लिए अपितु राज्य के लिए गौरव का क्षण है। इस राष्ट्रीय सम्मान को पाने हेतु सभी शेयरधारकों से संयुक्त प्रयास करने का आवाहन किया जिससे समिति को राष्ट्रीय जैव विविधता अवार्ड-2023 मिल सके।
कार्यकम में शामिल विशिष्ट अतिथि ओपी विश्वोई ने अपने विश्वोई समाज के पर्यावरण संरक्षण की गौरवशाली इतिहास के बारे में सभा को बताया। ओ पी विश्वोई ने कहा कि गुसांईयाना ग्राम क्षेत्र पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में सदैव आगे रहा है व इनके सभी कार्यक्रमों में विश्वोई सभा का सदैव सहयोग रहा है।
कार्यक्रम के तकनीकी सत्र के दौरान माटी संस्था के डॉ० वेद ने हरियाणा राज्य जैव विविधता बोर्ड, पंचकूला के द्वारा चलाये जा रहे लोक जैवविविधता पंजिका के निर्माण कार्य के वैज्ञानिक पक्ष को रखा व उसके महत्व को बतलाया।
हरियाणा राज्य जैव विविधता बोर्ड, पंचकूला से आये अधिकारीगण श्री प्रकाश मेहता व श्रीमती अनुराधा ने बोर्ड के द्वारा किया जा रहे जैव विविधता डॉक्यूमेंशन के बारे में उपस्थित बीएमसी सदस्यों व गाँव वाले को जागरूक किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में राजकीय माध्यमिक विद्यालय गुसाईयाना के शिक्षकों व विद्यार्थियों की बहुत प्रमुख भूमिका रही विद्यालय के छात्राओं ने अपनी संस्कृति को नाटक व नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया।
इस पृथ्वी दिवस के अवसर पर गांव के पारंपरिक वैध श्री महेंद्र सिंह ने अपने औषधियों की प्रदर्शनी भी लगयीं इसके अलावा गांव की सहायता समूह की महिलाओं ने अपने द्वारा बनाए गए अचार की प्रदर्शनी भी लगाई।
राजकीय माध्यमिक विद्यालय गुसाईयाना ने अपने स्कूल में बने इको क्ल्ब की प्रदर्शनी भी लगाई जिसमे लगभग 30 से ज्यादा बच्चों के द्वारा बनाये गए बर्ड फीडर की प्रदर्शनी भी रखी गयी व इसमे उत्कृष्ट बर्ड फीडर को पृस्कृत भी किया गया साथ ही प्रतियोगिता में शामिल सभी बच्चों को प्रशस्तिपत्र दिया गया।
इस कार्यक्रम के अंतिम सत्र में कार्यक्रम में उपस्थित सभी जैव विविधता प्रबंधन समितियों के अध्यक्ष व सदस्यों को प्रतीक चिन्ह व सर्टिफिकेट देकर समान्नित किया गया।
तत्यपश्चयात माटी संस्था के सचिव व वैज्ञानिक डॉ अंकिता राजपूत ने आमंत्रित सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया साथ ही लोगो से अपने जैव विविधता के संरक्षण हेतु गांव में बनीजैव विविधता प्रबंधन समिति के साथ कदम से कदम मिला कर चलने का आवाहन किया जिससे क्षेत्र की जैव विविधता को भविष्य की पीढ़ी हेतु संजोए रखा जाए।
इस कार्यक्रम के अवसर पर जिले भर से करीब 20 से ऊपर जैव विविधता प्रबंधन समितियों के चैयरमैन जिनमें जमाल से सरपंच व अध्यक्ष श्री नादलाल बेनीवाल, राजपुरा साहनी से सरपंच व अध्यक्ष संदीप कुमार, रंधवा से सरपंच सुभाष, खेरी से सरपंच बलवीर, गिगोरानी से सरपंच इंद्रपाल, कुम्हरिया से सरपंच प्रतिनिधि सीताराम, जसानिया से सरपंच प्रतिनिधि कान्हा राम, तलवाड़ा खुर्द से सरपंच नरेश कुमार व सदस्यगण आदि उपस्थित रहें।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में हरियाणा राज्य जैव विविधता बोर्ड, पंचुकला, बोर्ड के जिला समन्वयक आनंद कुमार, जिला वन विभाग के कर्मचारी व अधिकारीगण व माटी संस्था के डॉo जोखन शर्मा (मनाववैज्ञानिक), के पी सिंह (विशेषज्ञ डेरी व पशुपालन), प्रतीक्षा महर, अनुप्रिया, ऑन्द्रिला, दीपशिखा, मुशाहिद, अमित, रामपाल, नवीन, देवीलाल, बृजलाल सहित समस्त गॉववासियों ने प्रमुख भूमिका निभाई।
फोटो। राज्य जैव विविधता बोर्ड के चेयरमैन विनीत गर्ग का स्वागत करते ग्रामीण, पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए विनीत गर्ग, ग्रामीण स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को सम्मानित करते हुए, ग्रामीणों द्वारा परंपरागत वस्तुओं को सहेज कर रखने की प्रदर्शनी का निरीक्षण करते हुए
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