चोपटा प्लस ( नरेश बैनीवाल) राजस्थान की सीमा से सटे सिरसा जिले के पैंतालिसा क्षेत्र में दहेज प्रथा रूपी दानव को खत्म करने की मुहिम लगातार जारी है । इसी कड़ी में गांव जमाल के निवर्तमान सरपंच नंदलाल बैनीवाल के बेटे जयवीर बैनीवाल की शादी जांडवाला सोत्तर फतेहाबाद निवासी साधु राम सिहाग की पुत्री प्रियंका के साथ धूमधाम से संपन्न हुई। शादी में सभी परंपरागत रस्में अदा की गई । जब विदाई के समय वधू पक्ष की ओर से 21 लाख रुपए शगुन की थाली में रखे गए तो वर के पिता नंदलाल बैनीवाल ने शगुन के रूप में मात्र 1 रुपया और नारियल यह कहकर स्वीकार किया कि दुल्हन ही दहेज है। शादी समारोह में हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, पंचायती राज मंत्री देवेंद्र सिंह बबली, समाजसेवी मीनू बैनीवाल, जेजेपी के अध्यक्ष सरदार निशान सिंह, नोहर के विधायक अमित चाचाण, भादरा के पूर्व विधायक संजीव बैनीवाल, विधायक कृष्ण कंबोज, शीला भ्याण, भागी राम,एडीसी राहुल हुड्डा, एसडीएम जयवीर यादव सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने शिरकत की। बिना दहेज की शादी की हरियाणा व निकटवर्ती राजस्थान में सराहना की जा रही है।
जानकारी के अनुसार 15 अप्रैल को सिरसा जिले के गांव जमाल के निवर्तमान सरपंच नंदलाल बैनीवाल के बेटे जय वीर बैनीवाल की शादी जांडवाला सोत्तर फतेहाबाद निवासी साधु राम सिहाग की पुत्री प्रियंका के साथ पूरे रस्मो रिवाज से संपन्न हुई। सुबह विदाई के समय साधु राम सिहाग ने विदाई की रस्म अदा करते हुए सुमठनी की थाली में 21 लाख रुपए नगद रखे तो वर जयवीर के पिता नंदलाल बैनीवाल ने दहेज लेने से मना कर दिया और रस्म के मुताबिक शगुन का मात्र 1 रुपया व नारियल ही स्वीकार किया। इस अवसर पर नंदलाल बैनीवाल ने कहा कि वह हमेशा से ही समाज में फैली कुरीतियों के खिलाफ रहे हैं , और दहेज प्रथा तो बिल्कुल ही बंद करने के पक्ष में है।
सुमठनी की रसम के समय मौजूद समाजसेवी मीनू बैनीवाल ने दहेज प्रथा खत्म करने के लिए सरपंच नंदलाल बैनीवाल द्वारा दिए गए सहयोग की सराहना की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हालांकि 21 लाख रुपए एक बहुत बड़ी रकम मानी जाती है वही दहेज के रूप में 21 लाख रुपए ना लेकर मात्र 1 रुपया व नारियल लेना एक सराहनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि समाज के अन्य लोगों को भी सबक लेकर दहेज प्रथा रूपी दानव को खत्म करना चाहिए।
प्रियंका के पिता साधुराम सिहाग ने कहा कि उन्होंने अपनी बेटी प्रियंका की शादी धूमधाम से संपन्न की है। उनका कहना है कि वह बहुत खुश हैं कि उनकी पुत्री को ऐसा परिवार मिला जो दहेज के लोभी नहीं है और वह अन्य लोगों से अपील करते हैं कि अपनी बेटी को दहेज देने की बजाय शिक्षित कर अपना फर्ज निभाना चाहिए और समाज में फैली कुरीतियों खत्म करने में योगदान देना चाहिए । इस अवसर पर संदीप सहारण, प्रह्लाद सिंह बैनीवाल, निताशा सिहाग समाज सेविका विमला सिंवर, बीडीपीओ विवेक कुमार, अनिल कासनियां, हनुमान कासनियां, बलराम सहित क्षेत्र के कई गणमान्य लोगों ने सराहना की। यह शादी हरियाणा व निकटवर्ती राजस्थान के लोगों में पूरी तरह चर्चा का विषय बनी हुई है हर तरफ ग्रामीणों द्वारा शादी समारोह की तारीफ की जा रही है।
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