सिरसा जिले के 198 आंगनबाड़ी केंद्र बनेंगे प्ले स्कूल, 1 अप्रैल को होगा शुभारंभ

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सिरसा जिले के 198 आंगनबाड़ी केंद्र बनेंगे प्ले स्कूल, 1 अप्रैल को होगा शुभारंभ



चोपटा प्लस  25 मार्च। प्रदेश में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाए जा रहे चार हजार आंगनवाड़ी केंद्रों को नई शिक्षा नीति के तहत एक अप्रैल में प्ले स्कूलों स्थानांतरित किया जा रहा है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल एक अप्रैल को इन प्ले स्कूलों का शुभारंभ करेंगे। इसके तहत सिरसा जिला के 198 आंगनवाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल में स्थानांतरित किया गया है, इन प्ले स्कूलों में 3 से 5 वर्ष तक के बच्चों को पूर्व स्कूली शिक्षा प्रदान की जाएगी।



महिला एवं बाल विकास अधिकारी डा. दर्शना सिंह ने बताया कि नई शिक्षा नीति 2020 के अनुसार पहली कक्षा से पहले अब पूर्व प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करना अनिवार्य होगा। सम्पन्न लोग अपने 3 साल तक के बच्चों को महंगे प्राइवेट स्कूलों में दाखिला दिलवाते है, परंतु मध्यम व गरीबी रेखा से नीचे के लोग प्राइवेट स्कूलों का खर्चा नहीं उठा सकते। ऐसे लोग अपने बच्चों को सीधे ही सरकारी स्कूल में भेज देते है। पूर्व प्राथमिक शिक्षा ग्रहण किए बिना ऐसे बच्चे सही प्रकार से शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाते और उनका सर्वांगीण विकास नहीं हो पाता।
उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति 2020 के अनुसार अब हरियाणा प्रदेश में पहली कक्षा से पहले पूर्व प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करने के लिये महिला एवं बाल विकास विभाग के आंगनवाड़ी केंदों को सरकार के प्रयास से प्ले स्कूल में बदला जाएगा, जिसमे बच्चो की योग्यता और रुचियों को ध्यान में रखते हुए उनको शिक्षा प्रदान की जाएगी। जिसमे बच्चे के महत्वपूर्ण विकास को ध्यान में रख कर बच्चों को गतिविधियों तथा खेल के माध्यम से पढ़ाया जाएगा। जैसे शारीरिक विकास के लिए बटन लगाना, चुटकी बजाना, ताली बजाना, क्ले से खेलना, कागज फाडऩा आदि है। इससे बच्चे की सूक्ष्म मांसपेशियों का विकास होता है। रस्सी कूदना, उछलना, रस्सी पर चलना, सीढिय़ां चढऩा, उतरना, हल्का व्यायाम करना इससे स्थूल मांसपेशियों का विकास होता है। वर्गीकरण करना, आकार बताना, छोटा बड़ा बताना, मिलान करना स्वाद बताना, खुशबू पहचान करना आदि से बौद्धिक विकास होगा, आंगनवाड़ी में आकर अपनी अध्यापिका का अभिनंदन करना, प्रार्थना करना, एक साथ खेलना, अपनी बारी का इंतजार करना, से सामाजिक विकास होगा, कहानी सुनना, बालगीत, गपशप, स्वतंत्र वार्ता आदि से भाषा का विकास होगा। क्ले से खेलना, रंग भरना, ड्राइंग करना, ब्लॉक्स के साथ खेलना से शारीरिक, बौद्धिक और रचनात्मक विकास होगा।
इस प्रकार खेल खेल में और गतिविधियों के माध्यम से बच्चे को स्कूल जाने से पहले कैसे तैयार करना है, यह आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग के दौरान सिखाया गया है। इससे बच्चो का सर्वांगीण विकास होगा तथा बच्चों में अच्छे संस्कारों का भी विकास होगा। बच्चे आंगनवाड़ी में मिलजुल कर पढ़ेंगे। बच्चों को अभिवादन कैसे करना है, बड़ों से कैसे बातचीत करनी है, बिना भेदभाव के कैसे रहना है, सिखाया जाएगा। उन्होंने जिला सिरसा के सभी निवासियों से आह्वïान किया है कि वे अपने 3 से 5 वर्ष के बच्चों का आंगनवाड़ी प्ले स्कूल में नि:शुल्क दाखिला दिलवाकर पूर्वी शिक्षा ग्रहण करवाए।

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