गांव खेड़ी के जांबाज हिसार सीआईए में कार्यरत ईएचसी रमेश गोदारा पंचतत्व में विलीन, राजकीय सम्मान के साथ किया अंतिम संस्कार।। रमेश गोदारा की मौत से क्षेत्र में शोक व्याप्त

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गांव खेड़ी के जांबाज हिसार सीआईए में कार्यरत ईएचसी रमेश गोदारा पंचतत्व में विलीन, राजकीय सम्मान के साथ किया अंतिम संस्कार।। रमेश गोदारा की मौत से क्षेत्र में शोक व्याप्त



हिसार सीआइए स्टाफ में कार्यरत ईएचसी रमेश गोदारा ने वीरवार को अंतिम सांस ली। इससे सीआइए स्टाफ को काफी झटका लगा और उन्होंने अपना एक जांबाज जवान खो दिया। वीरवार को उनका शव जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए लाया गया था और दोपहर बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। रमेश गोदारा का पैतृक गांव खेड़ी सिरसा में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।  इस दौरान सीआइए का सभी स्टाफ, डीएसपी जोगेंद्र शर्मा, सदर थाना एसएचओ कप्तान सिंह व अन्य पुलिसकर्मी आए हुए थे।

 रमेश गोदारा मूलरूप से सिरसा के खेड़ी गांव के रहने वाले थे और अभी हिसार सिविल लाइन में ही रहते थे। उनका एक बेटा व एक बेटी है। साल 2003 बैच में पुलिस में भर्ती हुए थे। शुरू से ही वह एक्टिव थे और हर कोई उनके काम का कायल था। हर किसी को उनके खोने का दुख है। काफी सालों से वह सीआइए में सेवाएं दे रहे थे। हर केस की गुत्थी सुलझाने में वह आगे रहे। जैसे कि ऋषि नगर में मर्डर मामला, बालसमंद में सोना चोरी की साजिश रचने वाले, सेक्टर 16-17 स्थित मकान से 40 तोला सोना व एक लाख रुपये लूट का मामला आदि।  


पारदी गैंग के गुर्गे को हिसार लाते समय रामायण टोल के पास रविवार सुबह करीब चार बजे सीआइए की गाड़ी से टैक्ट्रर-ट्राली से टक्कर हो गई थी। उस दौरान गाजर से भरी टैक्ट्रर-ट्राली पलट गई और सीआइए की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे में पांच लोग घायल हुए थे। इस मामले में घायल हवलदार अनिल की शिकायत पर हांसी सदर थाने में ट्रैक्टर चालक के खिलाफ केस दर्ज किया था। हादसे से एक दिन पहले सीआइए टीम 40 तोला सोना और एक लाख रुपये चोरी करने के आरोपी को पकड़ने के लिए दिल्ली के मंगोलपुर स्थित जलेबी चौक में बनी झुग्गियों में गई थी। रविवार अलसुबह एमपी के पारदी गिरोह के गुर्गे कुलदीप को पकड़कर हिसार ला रही थी। हादसे में गाड़ी चालक हवलदार अनिल, हेडकांस्टेबल रमेश गोदारा, ईएचसी ईश्वर, कांस्टेबल संदीप और आरोपित कुलदीप घायल हुआ था। सिविल लाइन थाने में 10 सितंबर को नेहा बिश्नोई के बयान पर केस दर्ज था और घर से 40 तोले सोने के आभूषण, एक लाख रुपये चोरी हुए थे। सीसीटीवी फुटेज में पता चला कि आरोपित कुलदीप मध्यप्रदेश की पारदी गिरोह से जुड़ा है।

सीआइए स्टाफ रमेश गोदारा 23 दिन से अस्पताल में जिदगी या मौत की लड़ाई से जूझ रहे थे। हिसार में निजी अस्पताल से लेकर गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल तक उपचार के लिए उनको ले जाया गया, पर कोई ज्यादा सुधार नहीं हुआ। फिलहाल उनका हिसार के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां पर उनकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम में पता चला कि उनकी छाती व हाथ-पांव की हड्डियों पर गहरी चोटें लगी थी। 12 दिसंबर को 40 तोला सोना व एक लाख रुपये चोरी करने के मामले में एमपी से पारदी गैंग के गुर्गे आरोपित कुलदीप को दिल्ली से गिरफ्तार कर हिसार लाते समय रामायण टोल के पास हादसे में घायल हुए थे। हादसे के कुछ दिन बाद आरोपित कुलदीप ने भी दम तोड़ दिया था। हर कोई उनके काम का कायल था।


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