करनाल: भारी बारिश में भी आंगनवाड़ी कर्मियो ने हजारों की संख्या में करनाल में पहुंच कर की विशाल रैली। तालमेल कमेटी ने ऐलान किया कि मांगो के समाधान होने तक जारी रहेगी हड़ताल और 12 जनवरी को प्रदेश की 52000 आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स भरेंगी जेल।
आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स की राज्य तालमेल कमेटी के आह्वान पर हुई रेली को आंगनबाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर्स फेडरेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष उषा रानी, महासचिव ए आर सिंधु सीटू की राज्य अध्यक्षा सुरेखा, उपाध्यक्ष सतवीर सिंह एवं आनंद शर्मा, एआईयूटीयूसी के राज्य अध्यक्ष राजेंद्र, सचिव हरि प्रकाश, सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य महासचिव सतीश सेठी, संयुक्त कर्मचारी मंच के नेता आर के नागर आदि ने प्रमुख रूप से संबोधित किया। रेली की अध्यक्षता रूपा राणा और रोशनी ने संयुक्त रूप से की। करनाल की नई अनाज मंडी में हुई इस रेली ने दिखा दिया कि आंगनवाड़ी कर्मी सरकार की घोषणाओं से कतई खुश नहीं हैं। तमाम वक्ताओं ने कहा कि सरकार ने कोई नई मांग नहीं की जा रही। 52000 महिलाएं हैं और बड़ा हिस्सा विधवा महिलाएं हैं, उन्हें सड़को पर उतरने के लिए मजबूर कर रही है। राज्य सरकार महिलाओ और बच्चो के पोषण और अन्य सुविधाओं का भी कोई ख्याल नहीं कर रही है। भयंकर सर्दी पड़ रही हैं सरकार बार बार बात कर रही है लेकिन बहुत छोटे मुद्दे को ही लागू नहीं कर रही।
मीटिंग को संबोधित करते हुए तमाम वक्ताओं ने कहा कि 2018 में मुख्यमंत्री ने हरियाणा की विधानसभा में बोलते हुए कहा था कि आंगनबाड़ी वर्कर को कुशल मजदूर का एवं हेल्पर को अकुशल मजदूर का दर्जा देंगे। 2018 में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंगनबाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर्स को दिवाली का तोहफा देते हुए वर्कर को 1500 एवं हेल्पर्स को ₹750 देने की घोषणा की थी। तीन दिवाली बीत जाने के बावजूद भी हरियाणा में अभी तक यह घोषणा लागू नहीं हुई है इसी बात पर आंदोलन चल रहा है।
सभी वक्ताओं ने बोलते हुए कहा कि सरकार को हम वायदे से नहीं मुकरने देंगे। वर्कर और हेल्पर आर पार की लड़ाई के मूड में है और अपना हक लेकर रहेंगे। आईसीडीएस का निजीकरण किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। रेली को यूनियन नेताओं, सरस्वती, सुमन, उर्मिला, मालवती, सुमन, कृष्णा, शकुंतला, नीतू, रेखा सैनी, संतोष, कमला, प्रभा, गीता, तारा बहन जी, सुनीता, सरोज, बिजनेश, मधु, सतपाल सैनी, जगपाल, कृष्ण शर्मा आदि ने भी सबोधित किया।
उधर आज राज्य सरकार द्वारा चंडीगढ़ सचिवालय में बुलाई गई वार्ता फिर विफल हो गई। इस वार्ता में महिला एवम बाल विकास विभाग हरियाणा की वित्तायुक्य एवम प्रधान सचिव, जी अनुपमा, निदेशक हेमा शर्मा, संयुक्त निदेशक हितेंद्र शर्मा, राजबाला कटारिया, पूनम रमन शामिल थे। तालमेल कमेटी की ओर से शकुंतला, देवेंद्री शर्मा, पुष्पा दलाल, बिमला नैन, सीआईटीयू प्रदेश महासचिव जय भगवान, यूटीयूसी के उपाध्यक्ष ईश्वर राठी, सुनीता आदि शामिल थे। लगभग मुद्दो पर सहमति बन गई थी। लेकिन हरियाणा सरकार केंद्र सरकार द्वारा सितम्बर 2018 में की गई वर्कर्स की 1500 रूपये और हेल्पर्स की 750 रूपये की बढ़ोतरी को नही देना चाहती। इसलिए तालमेल कमेटी के साथ वार्ता विफल हो गई।
जारीकर्ता
शकुंतला 7988114915
* संयुक्त तालमेल कमेटी*
*आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स हरियाणा*
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