देश के कोने-कोने से आए संतों को किया सम्मानित, शिव मंदिर धर्मशाला नाथूसरी चोपटा में संस्थापक स्वामी हरिश्चंद्र महाराज की 19वीं पुण्यतिथि पर संत सम्मेलन का आयोजन

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देश के कोने-कोने से आए संतों को किया सम्मानित, शिव मंदिर धर्मशाला नाथूसरी चोपटा में संस्थापक स्वामी हरिश्चंद्र महाराज की 19वीं पुण्यतिथि पर संत सम्मेलन का आयोजन

 


चोपटा । चोपटा के संस्थापक स्वामी हरिश्चंद्र महाराज की 19वीं पुण्यतिथि पर शिव मंदिर धर्मशाला नाथूसरी चोपटा में संत सम्मेलन का आयोजन किया गया । जिसमें देश के कोने-कोने से आए संतों व क्षेत्रवासियों ने स्वामी संत हरीशचंद्र दास की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान जागरण व भंडारे का आयोजन कर श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया। गद्दी आसीन संत पूर्ण दास ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। यह जानकारी देते हुए समिति सदस्य पवन सुथार व पुजारी गोपाल शर्मा ने बताया कि हर वर्ष चोपटा के संस्थापक हरिश्चंद्र महाराज सूरदास की पुण्यतिथि पर संत समागम का आयोजन किया जाता है । 

इसी कड़ी में जागरण का आयोजन, संत सम्मेलन व भंडारा लगाकर प्रसाद वितरण किया गया। उन्होंने बताया कि सोनू चोपटा, मुकेश सहारण, राकू, पवन सुथार, भरत बंसल, नारायण, रवि गोदारा, अमित, अमन, कुणाल, सागर, अमनदीप आदि युवाओं ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया । जागरण में आचार्य रामनरेश शास्त्री द्वारा संतो की महिमा का गुणगान किया गया। संत सम्मेलन में स्वामी हरीश चंद्र दास के सामाजिक कार्यों पर प्रकाश डाला गया । चौपटा क्षेत्र के विकास में उनके योगदान को याद करते हुए संतों ने उन्हें एक महान विभूति बताया। संत पूर्ण दास ने सभी अतिथियों संतो को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

इस मौके पर महाराज पूर्णदास, कृष्ण नंबरदार, आदित्यान तंवर, विकास पूनिया, समानंद महाराज भादरा, भगवान दास पंजाब, सुरेश दास महाराज रायपुर, श्यामानंद, राम तलाई, श्याम पुरी, भूत पुरी महाराज रुपावास, बनवारी दास, विशाखा याति बरवाला, प्रभु सोनी, ओम सोनी, वेदपाल कासनिया, कुलवंत सिंह, दिलीप सोनी, विजेंद्र कुमार, राम कुमार पारीक, लक्ष्मण स्वामी, ओम गर्ग, राममूर्ति कासनिया, धर्मपाल ढाका, हनुमान गायकार, रामकुमार, गौतम महता, तनुज सहित सैंकड़ों श्रद्धालू मौजूद रहे ।
फोटो । संत सम्मेलन में आए हुए संतो को सम्मानित करते हुए । 
भंडारे में भोजन ग्रहण करते हुए संत व उनकी सेवा में लगे सेवादार । 



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