पैंतालिसा क्षेत्र में भारत बंद का व्यापक असर, चोपटा, जमाल, कागदाना क्षेत्रों में सभी वर्गों ने बंद रखी अपनी दुकानें व प्रतिष्ठान

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पैंतालिसा क्षेत्र में भारत बंद का व्यापक असर, चोपटा, जमाल, कागदाना क्षेत्रों में सभी वर्गों ने बंद रखी अपनी दुकानें व प्रतिष्ठान

 


चोपटा। राजस्थान की सीमा से सटे पैंतालिसा क्षेत्र के चोपटा खंड में किसानों के भारत बंद का व्यापक असर देखा गया। खंड के सभी गांवों में भारत बंद के समर्थन में हर वर्ग ने सहयोग देकर किसान आंदोलन को मजबूती प्रदान की। सोमवार को जमाल, चोपटा, कागदाना के बाजार पूर्णतया बंद रहे। बंद पर निगरानी रखने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया। नाथूसरी चौपटा के भट्टू रोड, सिरसा रोड, भादरा रोड, नोहर रोड पर सभी दुकानें प्रतिष्ठान बंद रहने के साथ-साथ रेहड़ी फड़ी वालों ने भी भारत बंद के समर्थन में अपना कामकाज बंद रखा। क्षेत्र की सुनसान सड़कें, बंद दुकान, रोष प्रदर्शन करते किसान, मजदूर भारत बंद की सफलता की कामयाबी को दर्शा रहे थे।  चौपटा के चौधरी देवी लाल चौक पर एकत्रित हुए किसानों ने भारत बंद के समर्थन में सरकार के खिलाफ रोष मार्च निकाला और धरना दिया इस दौरान किसानों ने सरकार की तानाशाही नीतियों का विरोध किया व सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। किसानों ने तुरंत प्रभाव से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए रोष प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुर्दाबाद के नारे लगाए। किसानों के समर्थन में मजदूर, व्यापारी, दुकानदारों व  कर्मचारी संगठनों ने भी भारत बंद में सहयोग दिया। स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी यूनियन जिला सचिव भीम सोनी, जिला उपप्रधान सुरेश, मनीष, अर्जुन, शारदा , पूनम ने भी किसानों को समर्थन दिया। चोपटा  में भारत बंद के समर्थन में उतरे किसान संगठनों के सदस्यों  रणधीर जोधकां,, बलराम सहारण, कर्ण बैनीवाल, नरेश रुपावास, सुरेश ढूकड़ा,जेपी कस्वां, कमलजीत, लीलाधर, वेद सहारन, सरवन कुमार, , जगदीश, दीवान चंद सहारण, जगतपाल, हरपाल कासनियां, राजेंद्र कुमार, राममूर्ति, पूनमचंद, रामगोपाल, इंद्रपाल, संजय, आजाद , नरेंद्र पाल, हनुमान, कृष्ण कुमार, इंदर सिंह, रामस्वरूप, विनोद , अमर सिंह,, भूपेंद्र बेनीवाल आदि किसानों ने कहा कि सरकार को तीनों कृषि कानून तुरंत प्रभाव से वापस लेना चाहिए। किसान हितेषी का ढोंग करने वाली सरकार किसानों को बर्बाद करने पर तुली हुई है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तानाशाही रवैया के कारण इसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा। उधर गांव कागदाना के बस स्टैंड पर बाजार की दुकान में पूरी तरह से बंद रही और रेहड़ी फड़ी वालों के साथ-साथ मिस्त्रीयों ने भी अपना कामकाज बंद रखकर भारत बंद में पूर्ण सहयोग दिया। कागदाना के जसानियां रोड, भट्टू रोड, भादरा रोड और सिरसा रोड पूरी तरह सुनसान रहा।











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