चोपटा। क्षेत्र से गुजरने वाला हिसार घग्गर मल्टीपरपज ड्रेन सेमनाला में पानी की बढ़ती मात्रा के कारण गांव शक्कर मंदोरी के पास टूटने से सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गई है। इसके अलावा तरकां वाली के पास भी सेम नाले ओवरफ्लो होने का अंदेशा छाया हुआ है ग्रामीण अपने स्तर पर ट्रैक्टर ट्रालियों से नाले के दोनों तरफ तट बांधने में जुट गए। करीब 7 घंटे की भारी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने अपने स्तर पर दरार को बांधा। सूचना मिलने पर नाथूसरी चौपटा के बीडीपीओ विवेक कुमार और नाथूसरी चौपटा के नायब तहसीलदार प्रदीप कुमार भी मौके पर पहुंचे। लेकिन समाचार लिखे जाने तक पानी का बहाव तेज होने के कारण सेम नाले को नहीं बांधा जा सका है। स्थानीय प्रशासनिक अमला पहुंचने के बाद किसानों ने यथा स्थिति से अवगत करवाया।
पानी बेकाबू होने पर इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दी। इस दौरान पर तरकांवाली में भाखड़ा वॉटर सर्विस के चीफ इंजीनियर नीतीश कुमार जैन मौके पर पहुंचे और सिंचाई विभाग से एस ई आत्माराम, एक्सईएन अमित सिहाग भी मौके पर यथा स्थिति का जायजा लिया। गांव शक्कर मंदोरी के पास शाहपुरिया और सिकंदरी के बीच में सेम नाले में करीब 20 फुट चौड़ी दरार आ गई है जिससे वहां पर सैंकड़ों एकड़ में खड़ी ग्वार, बाजरे, नरमे, कपास की फसल जलमग्न हो गई है।
किसान दीवान चंद, धोलू राम, सुभाष चंद्र, जॉनी, सतवीर सिंह , राम सिंह , संसार चंद्र , विकास ने बताया कि सुबह करीब 10 बजे सेम नाले में दरार आ गई थी। जिसको ग्रामीण व किसान अपने स्तर पर पाटने में जुट गए।
लेकिन पानी के तेज बहाव के चलते दरार लगातार बढ़ती गई शाम 5 बजे तक दरार को पाटा जा सका। इस दौरान प्रशासनिक अमला व सिंचाई विभाग के अधिकारी व कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे। किसानों का कहना है कि अगर इस दरार को जल्द ही नहीं बांधा गया तो शाहपुरिया गांव में भी पानी जा सकता है जिससे गांव में पानी घुसने से और जानमाल का नुकसान हो सकता है। इसको लेकर ग्रामीण भयभीत हैं। दरार को पाटने के बाद शाहपूरिया व शक्कर मंदोरी के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
वर्जन
इस बार सेम नाले में पानी क्षमता से अधिक आया है। कि क्षमता करीब 500 क्यूसेक पानी की है लेकिन लगातार 1 सप्ताह से हो रही बारिश के कारण इसमें प क्षमता से ज्यादा पानी आया हुआ है। संबंधित विभागों के अधिकारियों द्वारा लगातार इस पर निगरानी रखी जा रही है तथा ग्रामीणों और किसानों के सहयोग इस समस्या से काबू पाया जा सकता है।--- नितिश जैन चीफ इंजीनियर भाखड़ा वाटर सर्विस
फोटो। सेम नाला टूटने से जलमग्न हुई बाजरे व ग्वार की फसल, सेम नाले का निरीक्षण करते भाखड़ा वाटर सर्विस के चीफ इंजीनियर नीतीश जैन, अपने स्तर पर सामने नाले को बांधने में जुटे ग्रामीण
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