बिग ब्रेकिंग ।। रविन्द्र गोदारा आत्महत्या मामले में आरोपियों की तलाश में जूटी भिरानी पुलिस टीम,

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बिग ब्रेकिंग ।। रविन्द्र गोदारा आत्महत्या मामले में आरोपियों की तलाश में जूटी भिरानी पुलिस टीम,

  




सिरसा जिले के गांव नाथूसरी चौपटा में संचालित डीएन ग्रुप के संचालक रविन्द्र गोदारा आत्महत्या मामले में आरोपियों की तलाश में जूटी है भिरानी पुलिस टीम। इन सभी आरोपियों के खिलाफ भिरानी पुलिस थाना में आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित व ब्लैकमेलिंग के आरोप में विभिन्न गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है।आत्महत्या मामले में यूट्यूब चैनल के संचालक हनुमान पुनियांं, यश भाम्भू समेत प्रेम कासनिया, राजवीर भाम्भू व एक निजी स्कूल के संचालक को भिरानी पुलिस कभी भी कर सकती है गिरफ्तार। पुलिस सूत्रों के अनुसार खबर।

नाथूसरी चौपटा स्थित दयानंद स्कूल के संचालक रविंद्र गोदारा का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव चूली में बड़े गमगीन माहौल के साथ किया गया। इसके नाथूसरी चौपटा क्षेत्र के सभी निजी विद्यालयों ने उनके शौक में 3 दिन के लिए स्कूल बंद करने का फैसला किया।  उधर राजस्थान के भिरानी पुलिस थाने में पांच नामजद लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। सिद्धमुख नहर की रासलाना वितरिका में शुक्रवार की सांय सागड़ा गांव के पास मिले चौपटा में संचालित डीएन स्कूल के संचालक रविन्द्र गोदारा के शव के मामले में नया मोड़ आ गया है। मृतक के भाई विजेन्द्र सिंह के परिवाद पर भिरानी पुलिस ने सिरसा के चौपटा निवासी हनुमान पूनियां, प्रेम कासनिया, राजवीर भाम्भू , यश भाम्भू व एक निजी स्कूल के संचालक के खिलाफ रूपये मांगने और आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने की गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। आरोपीयों में दो लोग अपने-अपने यूट्यूब चैनल चलाते है उन पर मृतक के परिजनों ने पिछले लगातार दो वर्ष से प्रताड़ित करने जैसे गम्भीर आरोप लगाये है। रविन्द्र गोदारा हिसार जिले के गांव चूली कलां निवासी था और अपने बहनोई भरतसिंह के साथ मिलकर चौपटा में दयांनद उच्च माध्यमिक विद्यालय का संचालन करता था और यह विद्यालय क्षेत्र के टॉप विद्यालयों की श्रेणी में आता है। हांलाकि 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम आने के बाद कुछ तथाकथित पत्रकारों के साथ अभिभावकों ने बवाल मचाया था। मृतक ने नहर में कूदने से पहले आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने के आरोप में चार लोगो के खिलाफ विडियो बनाकर भी सोशल मीडिया पर अपलोड किया और दो पेज का सुसाइड नोट भी डायरी में लिखकर अपनी गाड़ी में छोड़कर नहर में कूद गया था। भिरानी पुलिस ने शनिवार को राजकीय अस्पताल भादरा में मृतक का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है। उधर भिरानी पुलिस मामले की जांच में जुट गई हैं।हनुमानगढ़ जिले में भिरानी थाना क्षेत्र में एक निजी स्कूल के संचालक ने तथाकथित यूट्यूब चैनल के पत्रकारों सहित पांच लोगों द्वारा  सोशल मीडिया में दुष्प्रचार किए जाने से परेशान होकर नहर में कूदकर आत्महत्या कर ली। भिरानी थाना पुलिस ने बताया कि यह निजी स्कूल संचालक रविंद्र गोदारा(40) भिरानी थाना क्षेत्र में सिधमुख नहर फीडर में गढीछानी के पास कूद गया था। उसकी लाश कल शुक्रवार देर शाम को रसलाना वितरिका में बरामद हुई। आत्महत्या करने से पहले उसने ने कार में दो पेज का सुसाइड नोट डायरी में लिख कर छोड़ा। साथ ही टैब मोबाइल में लगभग 4 मिनट 11 सेकंड का एक वीडियो मैसेज रिकॉर्ड कर यूट्यूब पर अपलोड किया। सुसाइड नोट और वीडियो के आधार पर मृतक रविंद्र  के भाई विजेंद्र गोदारा (38) निवासी चूलीकलां थाना आदमपुर जिला हिसार (हरियाणा) द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर एक यूट्यूब न्यूज चैनल के कथित पत्रकार हनुमान पूनिया निवासी गुड़ियाखेड़ा, प्रेम कसनिया निवासी नाथूसरी चौपटा, राजवीर भांभू, यश भांभू निवासी निर्वाण जिला सिरसा तथा नाथूसरी चौपटा के एक निजी स्कूल संचालक पर ब्लैकमेल कर आत्महत्या के लिए मजबूर कर देने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस के मुताबिक हरियाणा के समीपवर्ती सिरसा जिले में नाथूसरी चौपटा में दयानंद सीनियर सेकेंडरी स्कूल का संचालक रविंद्र गोदारा परसों गुरुवार को भिरानी थाना क्षेत्र में सिधमुख नहर फीडर में भिरानी हैड से कुछ ही दूरी पर गढीछानी के पास नहर में कूद गया था। घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर उसकी कार लावारिस हालत में मिली। यह पता चलने पर रविंद्र गोदारा के परिवार जन सहित गांव के अनेक लोग उसकी तलाश में लग गए। अनेक गोताखोरों को सिधमुख नहर तथा इसके हैड से निकलने वाली रसलाना वितरिका में उसे ढूंढने के लिए लगाया गया। कल देर शाम को लाश बरामद होने पर मृतक के भाई विजेंद्र की रिपोर्ट पर आरोपियों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। आज पोस्टमार्टम होने के बाद लास्ट को परिवार जन अंतिम संस्कार के लिए अपने गांव अंतिम संस्कार के लिए ले गए। पुलिस ने बताया कि सारे मामले की गहनता से जांच शुरू कर दी गई है।



मुकदमे में विजेंद्र गोदारा ने कथित पत्रकार हनुमान पूनिया, प्रेम कासनियां आदि उक्त लोगों पर एक गिरोह की तरह रविंद्र गोदारा को ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है। नाथूसरी चौपटा में रविंद्र 2003 से दयानंद सीनियर सेकेंडरी स्कूल का संचालन कर रहा था। स्कूल का परीक्षा परिणाम हमेशा ही शानदार रहा। स्कूल की प्रतिष्ठा तथा लोकप्रियता लगातार बढ रही थी।स्कूल के अनेक विद्यार्थी डॉक्टर और इंजीनियर बने तथा सरकारी नौकरियों में भर्ती हुए। हनुमान पूनिया अपने आप को पत्रकार बताता है। वह काफी दिनों से रविंद्र के पास आ रहा था। रुपए नहीं देने पर कुल को बदनाम कर देने की धमकियां देता था। उसने कुछ लोगों का गिरोह बना रखा है,जिसमें प्रेम कासनिया, राजवीर भांभू और चौपटा क्षेत्र के एक निजी स्कूल का संचालक भी शामिल है। यह सभी समाज में उसके भाई की छवि को धूमिल करना चाहते थे।


जानकारी के अनुसार विगत तीन अगस्त को दयानंद सीनियर सेकेंडरी स्कूल के विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया था। विजेंद्र गोदारा के मुताबिक अगले दिन 4 अगस्त को सुबह 9-10 बजे हनुमान पूनिया, प्रेम कासनिया और राजवीर आदि स्कूल में आए। परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी करने का आरोप लगाने लगे। रविंद्र गोदारा ने कहा कि कोराना काल की वजह से इस बार परीक्षा नहीं हुई।स्कूल शिक्षा बोर्ड की गाइड लाइन के अनुसार बच्चों को अगली कक्षाओं में प्रमोट किया गया है। इसमें कोई गड़बड़ नहीं की गई। विजेंद्र गोदारा के मुताबिक यह समझाने बताने के बावजूद हनुमान, प्रेम और राजवीर तैश में आ गए। बच्चों को बहका कर हनुमान पूनिया उनका इंटरव्यू लेने लगा। बच्चों के सामने रविंद्र जलील किया। तीनों ने रुपयों की मांग करते हुए कहा कि नहीं तो वे सोशल मीडिया पर स्कूल को बदनाम कर देंगे और मुकदमों में फंसाएंगे। इतनी बदनामी करेंगे कि जीने के लायक नहीं रहोगे। स्कूल की साख गिराने के लिए युटुब चैनल के माध्यम से सोशल मीडिया पर स्कूल की बदनामी को प्रसारित किया। स्कूल जलाने और चौपटा छोड़ देने की धमकी दी। विजेंद्र ने आरोप लगाया है कि इस तरह का प्रोपेगंडा कुछ लोगों के साथ मिलकर रचा गया। षड्यंत्र और प्रोपेगंडा के चलते रविंद्र बड़ा परेशान रहता था। इसी परेशानी के कारण उसने जीवन लीला समाप्त कर ली।नहर में कूदने से पहले टैब मोबाइल में वीडियो रिकॉर्ड किया तथा पर्सनल डायरी में भी नोट लिखा। विजेंद्र ने यह आरोप भी लगाया है कि एक यूटुब चैनल पत्रकार यश भांभू निवासी निर्वाण ने भी रविंद्र को प्रताड़ित किया।

अपराध बोध से नहीं जी सकता, शिष्यों और सहकर्मियों से बदला लेने की अपेक्षा जताई

यूट्यूब पर अपलोड किए गए 4 मिनट 11 सेकंड के वीडियो में रविंद्र गोदारा ने अपने चेहरे के हावभाव-मनोभाव को छुपाने की भरसक प्रयास करते हुए कहा है कि वह इस अपराध बोध को लेकर नहीं जी सकता। एक शिक्षक के साथ ऐसा व्यवहार करना बिल्कुल भी उचित नहीं है।उसके मान सम्मान को बहुत ठेस पहुंची है। इन लोगों ने जो लांछन लगाए हैं, उस अपराध बोध को लेकर वह जी नहीं सकते। अपनी आंखों के सामने अपनी शिक्षण संस्था को धूमिल होते देखना बहुत ही मुश्किल है। स्वतंत्र पत्रकारिता को समाज के लिए घातक बताते हुए उसके विरुद्ध रचे गए षड्यंत्र में एक निजी स्कूल संचालक को भी शामिल बताया। इस स्कूल संचालक के लिए  रविंद्र ने कहा कि यह कैसा कंपटीशन है। कंपटीशन तो बच्चों की पढ़ाई को लेकर होना चाहिए। प्रेम कासनियां के लिए रविंद्र ने कहा कि रिश्तेदार होते हुए भी अपनी झूठी इगो की खातिर वह भी इन लोगों के साथ शामिल हो गया। यह बहुत असहनीय है। रविंद्र ने स्कूल के कर्मचारियों से अपेक्षा जताई है कि उनके जाने के बाद संस्था को  और बहुत बढ़िया तरीके से चलाएंगे। अपने विद्यार्थियों से भी उन्होंने परेशान करने वाले लोगों से बदला लेने की अपेक्षा जताई है। परेशान करने वाले लोगों को चेताया है कि सहकर्मी और शिक्षा एक दिन जरूर उनके मुंह पर तमाचा मारेंगे। उसने यह भी कहा है कि अभी जो लांछन लगाए गए हैं,उनमें कोई दम नहीं है। वे जानते थे कि इससे उन पर कोई आंच नहीं आने वाली लेकिन यह लोग ग्रुप बनाकर एक और गंभीर आरोप लेकर आने वाले थे। रविंद्र ने कहा कि उसे पूरी उम्मीद है कि उसके जाने के बाद फिर कभी इस प्रकार किसी स्कूल वाले को कोई परेशान नहीं करेगा। 

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