चोपटा क्षेत्र में जोरदार आंधी से जनजीवन अस्त व्यस्त, नरमा व कपास की फसल को नुकसान, हल्की बारिश होने से मिली गर्मी से राहत

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चोपटा क्षेत्र में जोरदार आंधी से जनजीवन अस्त व्यस्त, नरमा व कपास की फसल को नुकसान, हल्की बारिश होने से मिली गर्मी से राहत



चोपटा।  राजस्थान की सीमा से सटे चोपटा क्षेत्र में शनिवार शाम को आई तेज आंधी से नरमे व कपास की फसल को काफी नुकसान हुआ है।  लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। हालांकि हल्की बारिश से गर्मी से राहत मिली। आंधी से रेतीले क्षेत्र में कपास की फसल पूरी तरह चोपट हो गई। क्षेत्र के कागदाना, कुम्हारिया, खेड़ी , गुसाई आना, राजपुरा , जसानिया, रामपुरा नवाबाद, चाहरवाला, जोगीवाला सहित कई गांवों में शनिवार शाम को अचानक तेज आंधी चलने से देसी कपास में नरमे की फसल पर विपरीत प्रभाव पड़ा। किसान मनीराम, महेंद्र सिंह, जगदीश, राम कुमार, सरवन कुमार ने बताया कि तेज आंधी से कपास व नरमे के पौधे रेत में दब गए। तथा गर्म हवा से पौधे जुलस कर नष्ट हो गए।  उनका कहना है कि सरकार द्वारा नहरी पानी में कटौती करने के बाद बड़ी मुश्किल से कपास व नरमे की बिजाई की थी लेकिन कुदरत की मार ने सब कुछ चौपट कर दिया। किसानों का कहना है कि सरकार व प्रकृति की दोहरी मार के आगे अब तो खेती करना घाटे का सौदा हो गया है। उन्होंने बताया कि हालांकि बाद में हल्की बारिश होने से गर्मी से तो राहत मिली है लेकिन बारिश कम होने के कारण अब और बिजाई भी नहीं की जा सकती अगर बारिश अच्छी होती है तो खेतों में ग्वार व बाजरे की बिजाई कर सकते हैं नरमे कपास की फसल तो पूरी तरह से चौपट हो गई। किसानों ने बताया कि सरकार द्वारा नहरी पानी में बार बार कटौती करके किसानों को लगातार झटका दिया जा रहा है। किसान सरकार व प्रकृति की मार के आगे बेबस नजर आ रहे हैं। किसानों का कहना है कि अगर अच्छी बारिश हो जाती है तो सावनी की फसल की बिजाई की जा सकती है। 
फोटो। चोपटा क्षेत्र में चल रही जोरदार आंधी

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