ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए डोर टू डोर सर्वे शुरू, फील्ड टीमों ने गांवों में सिर दर्द, बुखार, सूखी खासी, बदन दर्द समस्याओं बारे ली जानकारी, ग्रामीणों को दवाइयां भी की वितरित

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ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए डोर टू डोर सर्वे शुरू, फील्ड टीमों ने गांवों में सिर दर्द, बुखार, सूखी खासी, बदन दर्द समस्याओं बारे ली जानकारी, ग्रामीणों को दवाइयां भी की वितरित



 ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए डोर टू डोर सर्वे शुरू

पहले दिन फील्ड टीमों ने गांवों में घर-घर जाकर किया सर्वे, सिर दर्द, बुखार, सूखी खासी, बदन दर्द समस्याओं बारे ली जानकारी तथा ऑक्सीजन लेवल भी किया चैक, सर्वे टीमों ने ग्रामीणों को दवाइयां भी की वितरित

सिरसा, 15 मई। प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमित रोगियों की पहचान करने के लिए आज से जिला के विभिन्न गांवों में डोर टू डोर सर्वे का कार्य शुरू किया गया है। आज फील्ड टीमों ने गांवों में जाकर डोर टू डोर सर्वे किया और उनकी स्वास्थ्य संबंधी डाटा एकत्रित किया। इस कार्य के लिए दो टीमें फील्ड टीम व हेडक्वार्टर टीमें बनाई गई है, फील्ड टीम घर-घर जाकर सर्वे का काम कर रही है। अगर कोई व्यक्ति कोरोना संदिग्ध पाया जाता है तो उसे नजदीकी हेडक्वार्टर टीम के पास स्वास्थ्य जांच व उपचार के लिए भेजा जाएगा।


उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि शनिवार को गांव स्तर पर गठित इन फील्ड टीमों ने चयनित गांवों में घर-घर जाकर सर्वे का कार्य शुरु किया है और ग्रामीणों व उनके परिवार के सभी सदस्यों के बारे में जानकारी प्राप्त की। सर्वे टीम ग्रामीणों को कोविड नियमों के बारे में जागरूक कर रही है और परिवार में किसी को कोरोना के लक्षण जैसे सिर दर्द, बुखार, सूखी खांसी, बदन दर्द समस्याओं बारे जानकारी ले रही है। सर्वे के दौरान ग्रामीणों को ऑक्सीजन लेवल भी चैक किया जा रहा है। इसके साथ-साथ अगर किसी व्यक्ति में कोविड के लक्षण पाए जाते हैं तो उन्हें दवाइयों की किट दी जा रही है।




उपायुक्त ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि उनके घरों में आने वाली सर्वे टीम का पूर्ण सहयोग करें और सही जानकारी दर्ज करवाएं ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। उन्होंने बताया कि सर्वे के दौरान यदि किसी व्यक्ति में सिर दर्द, बुखार, सूखी खांसी आदि लक्षण पाए जाते हैं तो उन्हें होम आइसोलेशन में रहने और चिकित्सक के परामर्श अनुसार दवा लेने की सलाह भी दी जाती है। इसके अलावा गांवों में बनाए गए ग्रामीण आइसोलेशन सेंटर में भी व्यवस्थाओं के बारे में बताया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनीष बंसल के मार्गदर्शन में सर्वे का कार्य उप सिविल सर्जन डा. रोहताश की देखरेख में किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण स्तर पर फील्ड में सर्वे करने वाली टीम के सदस्यों में आशा वर्कर, आंगनवाड़ी वर्कर, अध्यापक, ग्राम सचिव तथा एंटीजन टेस्टिंग सैंपल लेने वाला सदस्य शामिल किया गया है। फील्ड टीमों द्वारा चयनित गांवों में घर-घर जाकर ग्रामीणों को कोरोना से बचाव के नियमों की पालना की जानकारी दी जा रही है तथा उनका ऑक्सीजन लेवल भी चैक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस कार्य में ग्रामीण फील्ड टीमों का पूर्ण सहयोग दें और स्वास्थ्य संबंधी सही जानकारी बताएं ताकि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि आमजन कोरोना संक्रमण संबंधी लक्षण दिखाई देने पर तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करके अपना सैंपल दें और टेस्ट करवाएं। रिपोर्ट आने तक अपने घर में ही परिवार के बाकी सदस्यों से अलग रहें। इसके साथ-साथ मास्क का सही तरीके से इस्तेमाल करें और सामाजिक दूरी बना कर रखें।

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