नहराणा व आस-पास के गांवों में ओलावृष्टि से सरसों व गेहूं की फसल को नुक़सान।

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नहराणा व आस-पास के गांवों में ओलावृष्टि से सरसों व गेहूं की फसल को नुक़सान।

 Chopta Plus Naresh Beniwal 9896737050


नहराणा व आस-पास के गांवों में ओलावृष्टि से सरसों व गेहूं की फसल को भारी नुक़सान।



चोपटा क्षेत्र के नहराणा व आस-पास के गांवों में सोमवार दोपहर बाद हुई ओलावृष्टि से सरसों गेहूं की फसल को काफी नुकसान हुआ है। किसानों का कहना है कि करीब 15 मिनट हुई ओलावृष्टि से पक कर तैयार खड़ी सरसों का गेहूं की फसल बर्बाद हो गई। 



किसान बंसीलाल, लीलू राम, संदीप कुमार, सुनील कुमार, विक्रम ने बताया कि पिछले 2 दिन से मौसम में आए बदलाव से फसलों को नुकसान होने का अंदेशा जताया जा रहा था। लेकिन सोमवार को दोपहर के बाद अचानक बूंदाबांदी के साथ ओलावृष्टि शुरू हो गई जिससे खेतों में पककर तैयार खड़ी सरसों में गेहूं की फसल और नुकसान हुआ है । उन्होंने बताया कि ओलावृष्टि करीब 15 मिनट तक हुई । एक बार जमीन पर सफेद चादर सी बीछ गई। इनका कहना है कि बड़ी मुश्किल से सरसों व गेहूं की फसल को पकाया था और जब पक कर तैयार हुई तो प्रकृति की मार के आगे बेबस हो गए। उन्होंने बताया कि पहले तो सरकार ने नहरी पानी में कटौती कर दी तब महंगे दामों से डीजल इत्यादि खरीद कर फसलों को पकाया और अब ओलावृष्टि से सब कुछ बर्बाद कर दिया।  इनका कहना है कि सरकार और प्रकृति के मार के आगे खेती करना मुश्किल हो गया है।


चोपटा खंड में इस बार किसानों ने  41900 हेक्टेयर में गेहूं, 16600 हेक्टेयर में सरसों, 1800 हेक्टेयर में चना व 1210 हेक्टेयर में जौ व 1045  हेक्अटेयर में अन्य फसलों  पर खराबे का खतरा मंडरा लगा है। 
राजस्थान कि सीमा से सटे पैंतालिसा क्षेत्र के कागदाना, कुुम्हारिया, खेड़ी, जसानियां, चाहरवाला, जोगीवाला, रामपूरा नवाबाद, गिगोरानी, शाहपूरिया, 
माखोसरानी, नाथूसरी कलां, लुदेसर, रूपाना,गंजा, बराबरी, जमाल, कुतियाना, सहित सभी गावों में  अचानक बादलवाही होने के बाद रात को तेज हवा चलने के तेज आंधी का रूप ले लिया जो कि थमने का नाम नहीं ले रही जिससे खेतो में खड़ी रबी की फसल को नुकसान की आशंका बढ़ गई। 


पत्रकार नरेश बैनीवाल 9896737050

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