बेरोजगार युवाओं को नौकरी का झांसा देकर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाला गिरफ्तार। आर्मी और रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर करोड़ों रुपए हड़प चुका शातिर ठग

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बेरोजगार युवाओं को नौकरी का झांसा देकर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाला गिरफ्तार। आर्मी और रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर करोड़ों रुपए हड़प चुका शातिर ठग


▪️आर्मी और रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर करोड़ों रुपए हड़प चुका शातिर ठग अपने ननिहाल से गिरफ्तार।

▪️आरोपी के खिलाफ हनुमानगढ़ जिले के विभिन्न थानों में दर्ज है ठगी के मुकदमे दर्ज।



जयपुर।  बेरोजगार युवाओं को अपनी जान पहचान से आर्मी में नौकरी लगवाने का झांसा देकर करोड़ों रुपए की ठगी कर फरार हुआ एक शातिर ठग को जयपुर पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ जयपुर के अलावा हनुमानगढ़ के नोहर, भादरा, गोगामेड़ी थानों में धोखाधड़ी के प्रकरण दर्ज है। लेकिन, हनुमानगढ़ जिले पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी। डीसीपी (पश्चिम) प्रदीप मोहन शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी अजय सिंह राठौड़ (38) हनुमानगढ जिले के नोहर थाना क्षेत्र के गांव रायसिंहपुरा का रहने वाला है। इसके खिलाफ हरियाणा प्रांत के हिसार जिले के गांव घुड़साल निवासी संदीप कुमार ने सिंधीकैंप थाने में मुकदमा दर्ज करवाया था। जिसमें पीड़ित ने बताया कि आरोपी अजय सिंह राठौड़ व उसकी पत्नी दीपिका ने फर्जी व जाली दस्तावेज बनाकर मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस (MES) में स्टोर कीपर की नौकरी लगवाने का झांसा देकर करीब 7 लाख 50 हजार रुपए ठग लिए। तब प्रकरण की जांच सिंधीकैंप थानाप्रभारी गुंजन सोनी के निर्देशन में ASI सुरेश कुमार को सौंपी गई।

▪️ *राजीनामा करने नोहर पहुंचा था, जयपुर पुलिस ने छापा मारा तो नानी के घर छिपा-*

थानाप्रभारी गुंजन सोनी ने बताया कि शातिर आरोपी अजय सिंह राठौड़ की तलाश के लिए कई ठिकानों पर दबिश दी गई। वह हर बार बचकर भाग निकला। मुखबिर से पता चला कि अजय सिंह राठौड़ हनुमानगढ़ जिले के नोहर पुलिस थाने में अन्य किसी मामले में राजीनामा करने आया हुआ है। पुलिस टीम वहां पहुंची तब अजय सिंह को भनक लग गई। वह नोहर थाने से भागकर अपने ननिहाल पीलीबंगा हनुमानगढ में जाकर छिप गया। जहां जयपुर की सिंधीकैंप थाना पुलिस ने उसे धरदबोचा।

▪️ *ठगी की वारदात का तरीका-*

आरोपी बेरोजगार युवाओं को अपनी जान पहचान के आधार पर आर्मी में और रेलवे में नौकरी लगवाने का झांसा देता था फिर अलग-अलग किस्तों में नकद या बैंक एकाउंट में कई लाखों रुपए एक एक बेरोजगार युवक से लेता है। फिर उनको फर्जी नियुक्ति पत्र मेडीकल हेतु कॉल लेटर आदि मोबाइल पर भेजता है। जब बेरोजगार युवा मेडिकल के लिए बताई हुई जगह पर पहुंचते है। तब उनको ठगी का पता चलता है। वे आरोपी अजय सिंह को रुपए वापस करने की बात कहते तो आरोपी जमीन बेचकर रुपए लौटाने का आश्वासन देकर टरकाता रहता था।

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