एसडीएम ने खेतों में जाकर किया ई-गिरदावरी कार्यों का निरीक्षण| मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर जरूर करवाएं फसल का पंजीकरण

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एसडीएम ने खेतों में जाकर किया ई-गिरदावरी कार्यों का निरीक्षण| मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर जरूर करवाएं फसल का पंजीकरण

 एसडीएम ने खेतों में जाकर किया ई-गिरदावरी कार्यों का निरीक्षण



 मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर जरूर करवाएं फसल का पंजीकरण : एसडीएम

डबवाली। एसडीएम अश्वनी कुमार ने मंगलवार को गांव शेरगढ व गांव डबवाली के खेतों में जाकर सजरा-खसरा गिरदावरी रजिस्टर से मौके पर ई-गिरदावरी कार्य का निरीक्षण किया और फसलों का अवलोकन किया। उन्होंने पटवारी, कानूनगों के रिकॉर्ड का ई-गिरदावरी से मिलान करते हुए कार्य की प्रगति की समीक्षा की। एसडीएम ने किसानों से मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर फसलों के पंजीकरण करवाने का भी आह्वान किया।
एसडीएम अश्वनी कुमार ने उक्त गांवों का दौरा कर ई-गिरदावरी कार्य का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने संबंधित पटवारी, कानूनगो के रिकार्ड का ई-गिरदावरी से मिलान करते हुए विस्तृत जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि फसलों की गिरदावरी बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य है, यह कार्य पूर्णतया पारदर्शिता होना चाहिए तथा किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आनी चाहिए।
किसानों से किया पोर्टल पर फसल पंजीकरण का आह्वान :
एसडीएम अश्वनी कुमार ने किसानों से आह्वान किया कि जिन भी किसानों ने अभी तक अपनी फसलों का पंजीकरण नहीं करवाया है, वो पोर्टल खुलने पर अपनी फसलों का पंजीकरण अवश्य करवा लें ताकि उन्हें अपनी फसलों को मंडी में बेचने में कोई असुविधा न हो। उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा किसानों की सुविधा को देखते हुए आगामी दिनों में पोर्टल को खोला जाएगा, ताकि वंचित किसान अपनी फसलों का पंजीकरण करवा सकें।

बैंक से ऋण लेकर स्वरोजगार अपना सकते हैं बीपीएल परिवार : उपायुक्त प्रदीप कुमार
- स्वरोजगार के लिए 254 लोगों को दिया एक करोड़ 66 लाख रुपये का ऋण : उपायुक्त
सिरसा,

             उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि अनुसूचित जाति वित एवं विकास निगम द्वारा अनुसूचित जाति के बीपीएल परिवारों को विभिन्न बैंकों के माध्यम से स्वयं का रोजगार चलाने के लिए ऋण उपलब्ध करवाया जाता है, जिसमें विभाग द्वारा सब्सिडी भी दी जाती है ताकि ये स्वयं का रोजगार चला कर अपना व अपने परिवार का बेहतर ढंग से पालन पोषण कर सके।
              उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि विभाग द्वारा भैंस पालन, भेड़ पालन, सुअर पालन, दर्जी कार्य, मनियारी, करियाणा आदि व्यवसाय हेतु विभाग द्वारा ऋण प्रदान किया जाता है। विभाग द्वारा चालू वित्त वर्ष में 254 अनुसूचित जाति के बीपीएल परिवारों को स्वरोजगार शुरु करने के लिए एक करोड़ 66 लाख 15 हजार रुपये का ऋण उपलब्ध करवाया जिसमें 36 लाख 60 हजार रुपये का डायरेक्ट लोन, 10 लाख 69 हजार रुपये सब्सिडी, चार लाख 52 हजार रुपये मार्जिन मनी तथा एक करोड़ 14 लाख 34 हजार रुपये बैंक ऋण के रुप में उपलब्ध करवाए गए है।
              उपायुक्त ने बताया कि 147 व्यक्तियों को डेयरी फार्मिंग जैसे भेड़ व सूअर पालन के लिए कुल 84 लाख 30 हजार रुपये का ऋण उपलब्ध करवाया जिसमें सात लाख 40 हजार रुपये सब्सिडी, 76 लाख 90 हजार रुपये बैंक ऋण शामिल है। उन्होंने बताया कि निगम द्वारा लघु व्यवसाय योजना के अंतर्गत 50 व्यक्तियों को 45 लाख 25 हजार रुपये की राशि प्रदान की गई जिसमें तीन लाख 29 हजार रुपये सब्सिडी, चार लाख 52 हजार रुपये मार्जिन मनी तथा 37 लाख 44 हजार रुपये बैंक ऋण के रुप में प्रदान किए। उन्होंने बताया कि लघु व मध्यम उद्योग के लिए 57 व्यक्तियों को 36 लाख 60 हजार रुपये का ऋण दिलवाया गया।
              उन्होंने अनुसूचित जाति के बीपीएल परिवारों से अपील की है कि वे हरियाणा अनुसूचित जाति वित एवं विकास निगम द्वारा स्वरोजगार हेतु चलाई जा रही योजनाओं का लाभ उठाएं। उन्होंने निगम के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे निगम द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से धरातल स्तर तक के युवाओं को लाभांवित करें और यह भी सुनिश्चित करें कि कोई भी पात्र व्यक्ति उक्त योजनाओं से वंचित न रहें।
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जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने महिलाओं व बच्चों की कानूनी सहायता के लिए जारी किया हेल्पलाइन नंबर
सिरसा

              जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अनमोल सिंह नयर ने बताया कि विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से विशेष अभियान के तहत महिलाओं व बच्चों की कानूनी सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया हैं। कानूनी सहायता के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के हेल्पलाइन नंबर 01666-247002 पर संपर्क किया जा सकता है। इस हैल्पलाइन नंबर पर महिलाओं व बच्चों की सहायता के लिए कानूनी परामर्श दिए जाएंगे। इसके लिए एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक अधिवक्ता सुनिता शर्मा व एक मई से 31 मई तक अधिवक्ता पूनम रानी की ड्यूटी लगाई गई है।
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कृषि विशेषज्ञों व अधिकारियों ने किसानों को बताए अधिक कपास पैदावार के तौर-तरीके
-उपमंडल कृषि अधिकारी कार्यालय में किसान प्रशिक्षण शिविर का आयोजन, 80 से अधिक किसानों ने लिया भाग
सिरसा,

              उपमंडल कृषि अधिकारी सिरसा के कार्यालय में किसान प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण शिविर में कृषि विशेषज्ञों व अधिकारियों ने किसानों को कपास फसल की अधिक पैदावार किस प्रकार से ली जाए, के बारे में तौर-तरीके बताएं। किसानों को कपास की बुआई, दवाई का छिड़काव, किटनाशक दवा, पानी देने आदि के बारे में विस्तार से बताया।
              प्रशिक्षण शिविर में निदेशालय नागपुर से आए संयुक्त निदेशक डा. एस.मांडी व प्रशासनिक अधिकारी प्रवीण कुमार झा ने किसानों को कपास फसल की बुआई से पहले की जाने वाली तैयारियों व इस्तेमाल किए जानी वाली खाद व दवाइयों के बारे में जानकारी दी। इसके साथ-साथ भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही स्कीमों बारे विस्तारपूर्वक किसान हितैषी जानकारी दी गई। जिला सिरसा से 80 से अधिक किसानों ने प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया। संयुक्त निदेशक (कपास) डा. आर.पी सिहाग ने शिविर में आए सभी कृषि वैज्ञानिकों, अधिकारियों व किसानों का स्वागत किया।
              कपास विकास निदेशालय, भारत सरकार नागपुर के अधिकारियों व कपास अनुसंधान केन्द्र, सिरसा के डा. अनिल कुमार मेहता, डा. प्रिन्स एंव डा. चित्रलेखा तथा कृषि विभाग के एसडीओ डा. सतबीर सिंह, डा जितेंद्र अहलावत, गुण नियंत्रण निरीक्षक डा. सुभाष सहित अन्य अधिकारियों ने भी किसानों को कपास फसल की अनुमोदित किस्मों, बिजाई व खाद डालने का तरीका और कीट बीमारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यदि विशेषज्ञों द्वारा बताए गए तौर-तरीकों व जानकारियों के आधार पर कपस फसल की बुआई, खाद, बीज आदि का प्रयोग करते हैं तो वे अवश्य ही कपास फसल की अधिक पैदावार ले सकते हैं। प्रशिक्षण शिविर में भाग ले रहे किसानों ने इस प्रशिक्षण की सराहना करते हुए कहा कि कपास फसल की बुआई से पहले दिया गया यह प्रशिक्षण उनके लिए लाभदायक सिद्व होगा।
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कोरोना से बचाव के लिए मॉस्क को बनाएं दिनचर्या का हिस्सा : एसडीएम दिलबाग सिंह
ऐलनाबाद
एसडीएम दिलबाग सिंह ने उपमंडलवासियों से आह्वान किया कि वे कोरोना से बचाव को लेकर गंभीर बनें। भले ही कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन अभी कोरोना का खतरा टला नहीं है। कोरोना से बचने का मॉस्क एक मात्र कारगर उपाय है। इसलिए आमजन मॉस्क को अपनी दिनचर्या का अनिवार्य रूप से हिस्सा बना लें।
उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन जरूर लगवाएं और दूसरों को भी वैक्सीन की डोज लेने के लिए प्रेरित करें। सरकारी अस्पताल में नि:शुल्क रूप से कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है। स्वेच्छा से आगे आकर कोरोना वैक्सीन की डोज लें, ताकि संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि अब लोगों को और अधिक सतर्क व सजग रहने की जरूरत है। भीड़-भाड़  से बचते हुए एक-दूसरे से उचित दूरी बनाकर रखें। सार्वजनिक स्थान पर या घर से बाहर निकलते समय मॉस्क जरूर पहनें। उन्होंने कहा कि मॉस्क कोरोन से बचाव का कारगर उपाय है, इसलिए आमजन लापरवाही न बरतें और दृढता से मॉस्क उपाय की अनुपालना करें।
एसडीएम ने कहा कि कोरोना से बचाव उपायों में कोई भी ढिलाई हानिकारक सिद्ध हो सकती है। लोगों को स्वेच्छा से ही कोरोना से बचाव के नियमों विशेष तौर पर मॉस्क व सोशल डिस्टेसिंग की अनुपालना करने के साथ-साथ दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करना होगा। कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए सबको एकजुट प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि लोगों को इस समय पूर्ण अहतियात बरतने की जरूरत है। लोगों को चाहिए कि वे अनिवार्य रूप से मास्क लगायें व सैनेटाईजर का प्रयोग करें।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने वैक्सीन लगवा ली है, वे भी कोरोना से बचाव उपायों की अनुपालना करें। कोरोना वैक्सीन पूर्ण रूप से सुरक्षित है तथा इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है। लोगों को आगे आकर वैक्सीन लगवानी चाहिए। खुद की सुरक्षा तथा अपने घर-परिवार की सुरक्षा के लिए वैक्सीन जरूर लगवानी चाहिए।
एसडीएम ने आम जनमानस से अपील करते हुए कहा कि जब तक शत-प्रतिशत कोरोना वायरस से मुक्ति नहीं मिलती तब तक मास्क व सोशल डिस्टेंंसिंग की अनुपालना करनी होगी। इस दिशा में किसी भी प्रकार की लापरवाही उचित नहीं है। साथ ही उन्होंने लोगों को प्रोत्साहित किया कि वे कोरोना वायरस से संरक्षित रहने के लिए वैक्सीन अवश्य लगवायें।

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