शराब की दुकान के लिए 510 करोड़ की बोली लगाने वाली बिडर सहित कई बिडरों ने नहीं जमा किए पैसे । विभाग ने किया ब्लैक लिस्ट।

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शराब की दुकान के लिए 510 करोड़ की बोली लगाने वाली बिडर सहित कई बिडरों ने नहीं जमा किए पैसे । विभाग ने किया ब्लैक लिस्ट।



राजस्थान में शराब के ठेकों का आवंटन करने के लिए पहली बार अपनाई गई ऑनलाइन नीलामी व्यवस्था फ्लॉप होती दिख रही है। आबकारी विभाग ने राज्य में जिन दुकानों को रिजर्व प्राइज (बोली का प्रारम्भिक मूल्य) करोड़ों में तय किया था, उसे कोई खरीद नहीं रहा और जिन दुकानों के लिए बिडर करोड़ों रुपए की बोली लगा रहे है, उन्हें अब उठाने से पीछे हट रहे है। विभाग की ओर से जयपुर, हनुमानगढ़, चूरू के बड़े बिडरों को 3 साल के लिए ब्लैक लिस्टेड किया है। हनुमानगढ़ जिले के नोहर कस्बे के खुईया गांव की दुकान की बात करें तो इस दुकान के लिए 5 मार्च को लगी बोली पूरे देश में चर्चा का विषय रही थी। इस छोटी-सी दुकान के लिए दो महिलाओं में जबरदस्त कॉम्पीटिशन चला था और इस दुकान को किरण कंवर नाम की महिला ने अप्रत्याशित 510 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी। इस बोलीदाता ने उसी दिन नोहर क्षेत्र के ही जबरासर कस्बे की एक अन्य दुकान के लिए 3.07 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी। इन दोनों ही दुकानों की बोली लगाने के बाद विभाग ने बोलीदाता को कुल बोली का दो फीसदी राशि जमा कराने के लिए तीन दिन का समय दिया था, लेकिन बिडर ने पैसे जमा नहीं किए। आबकारी विभाग ने बिडर की जमा समस्त अमानत राशि जब्त करते हुए बिडर को तीन साल के लिए ब्लैक लिस्टेड कर दिया।

➖ *सुजानगढ़ में एक और जयपुर में 4 बड़ी बोली वाली दुकानों से भी बिडर हुए बैक-*

पहले दिन राज्य में सबसे बड़ी बोली चूरू जिले के सुजानगढ़ कस्बे की एक दुकान के लिए लगी थी। इस दुकान के लिए बिडर 11 करोड़ 60 लाख 86 हजार 680 रुपए की बोली लगाई थी, जबकि इस की आबकारी विभाग ने रिजर्व प्राइज 10.17 करोड़ रुपए रखी थी। बताया जा रहा है कि इस बिड को लगाने के बाद बिडर ने दुकान उठाने के लिए जमा कराई जाने वाली एक प्रतिशत राशि भी जमा नहीं करवाई। जयपुर के गजसिंहपुरा में 3 मार्च को लगी 5 बड़ी बोली में से 4 दुकानों को बिड लगाने वालों ने नहीं उठाया। जयपुर जिला आबकारी अधिकारी सुनील भाटी के अनुसार वार्ड संख्या 63, 66, 67 व 68 की एक से लेकर 4 नंबर तक की दुकानों के लिए क्रमश: 7.31, 7.27, 7.31 और 8.91 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी, जिसकी राशि जमा नहीं करवाई। इन सभी बिडरों को ब्लैक लिस्ट किया गया है।

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