अनोखी ओर बिना दहेज शादी बनी चर्चा का विषय, दूल्हा हाथी पर सवार होकर दुल्हन के घर पहुंचा, dowry-free wedding the groom reached the bride's house riding an elephant,

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अनोखी ओर बिना दहेज शादी बनी चर्चा का विषय, दूल्हा हाथी पर सवार होकर दुल्हन के घर पहुंचा, dowry-free wedding the groom reached the bride's house riding an elephant,

 



नारनौल के मोहल्ला खड़खड़ी में एक अनोखी शादी देखने को मिली, जो शहर में चर्चा का विषय बन गई। राजस्थान के झुंझुनू निवासी हरीश खन्ना है, जो विदेश में एक अच्छे पैकेज पर कार्यरत हैं। निरंजन लाल चौहान और शकुंतला चौहान की बेटी नेहा से बिना दहेज के शादी कर समाज को एक महत्वपूर्ण संदेश दिया। A unique and dowry-free wedding became a topic of discussion, the groom reached the bride's house riding an elephant,

 


शादी से दो दिन पहले दुल्हन नेहा का बग्गी में बैठाकर बनवारा भी निकाला 

बारात में दूल्हा हरीश खन्ना हाथी पर सवार होकर दुल्हन के घर पहुंचे, जबकि उनकी बहनें पारंपरिक अंदाज में बग्गी पर बैठकर बारात का हिस्सा बनीं शादी की खास बात यह रही कि सभी नेग-चार एक रुपये में संपन्न किए गए। दुल्हन के ताऊ शिवचरण चौहान ने इस मौके पर कहा कि समर्थ लोगों को समाज में दहेज रहित शादियों और बेटी-बेटा समानता का संदेश देना चाहिए, ताकि समाज में सकारात्मक बदलाव आए। शादी से दो दिन पहले दुल्हन नेहा का बग्गी में बैठाकर बनवारा भी निकाला गया, जिसमें बेटी और बेटे को समान मानने का सार्थक संदेश दिया गया।



एक प्रगतिशील सोच का प्रतीक

यह शादी न केवल एक पारंपरिक आयोजन थी, बल्कि एक प्रगतिशील सोच का प्रतीक भी बनी, जिसने समाज को बेटी और बेटे के बीच समानता और बिना दहेज शादी के महत्व को रेखांकित किया। शादी की खास बात यह रही कि सभी नेग-चार एक रुपये में संपन्न किए गए। दुल्हन के ताऊ शिवचरण चौहान ने इस मौके पर कहा कि समर्थ लोगों को समाज में दहेज रहित शादियों और बेटी-बेटा समानता का संदेश देना चाहिए, ताकि समाज में सकारात्मक बदलाव आए।

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