फेफाना के शहीद जालिम सिंह गोदारा के अंतिम दर्शनों के लिए उमड़ा जनसैलाब। शहीद की दो वर्षीय बेटी इसिता ने दी मुखाग्नि। गमगीन माहौल में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया अंतिम संस्कार।

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फेफाना के शहीद जालिम सिंह गोदारा के अंतिम दर्शनों के लिए उमड़ा जनसैलाब। शहीद की दो वर्षीय बेटी इसिता ने दी मुखाग्नि। गमगीन माहौल में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया अंतिम संस्कार।

 


फेफाना। गांव के सीआरपीएफ के शहीद जवान जालिम सिंह गोदारा का शनिवार दोपहर को गमगीन माहौल में पूरे राजकीय सम्मान के साथ गांव की कल्याण भूमि में अंतिम संस्कार किया गया। शहीद की दो वर्षीय पुत्री इसिता  ने मुखाग्नि की रस्म अदा की। हर कोई नम आंखो से अपने लाडले को अंतिम विदाई दे रहा था। पिता ओमप्रकाश गोदारा व शहीद की माता एवं वीरांगना समेस्ता, भाई सुभाष व बहन सुलोचना का रो रोकर बुरा हाल है। वे बीच बीच में अपनी सुधबुध खो बैठते है। वैसे तो गांव के जवान की शहादत पर गौरव है परन्तु अपने नौनिहाल को खोने का दुख हर किसी को है। कल जैसे  ही यह खबर फेफाना व आसपास के क्षेत्रों में पहँुची माहौल गमगीन हो गया। लोगबाग शहीद के परिजनों को ढाढस बंधाने पहँुचे। रिश्तेदारों व मित्रों का जमावाड़ा लगना शुरू हो गया। शनिवार करीब 11 बजे जवान की पार्थिव देह सीआरपीएफ के विशेष वाहन से जैसे ही गांव में पहुंची तो फेफाना के अलावा आसपास के गांवों के हजारों की संख्या में मौजूद ग्रामीणों ने भारत माता की जय, शहीद जालिम सिंह गोदारा अमर रहे, वंदे मातरम जैसे गगनभेदी नारों से वातावरण को गुंजायमान कर अपने लाडले वीर सपूत की शहादत को नमन किया। परिजनों के अंतिम दर्शनार्थ जवान का शव उनके घर पर रखा गया। इसके बाद हजारों लोगों के हुजूम के साथ जवान की अंतिम यात्रा शुरू हुई जो गांव के मुख्य मार्गो से होती हुई कल्याण भूमि में पहुंची। जहां  शहीद जवान का  पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान ग्रामीण महिलाओं ने अपने घरों की छतों पर खड़ी होकर जगह-जगह पुष्प वर्षा कर जवान को अंतिम विदाई दी। सीआरपीएफ के जवानों की ओर से शहीद जवान को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। 



इससे पूर्व विधायक अमित चाचाण, पंचायत समिति प्रधान सोहन ढिल, पूर्व विधायक अभिषेक मटोरिया, पंचायत समिति के पूर्व प्रधान अमरसिंह पूनिया, भादरा विधायक बलवान पूनिया, पंचायत समिति सदस्य मंगेज चौधरी, भाजपा नेता काशीराम गोदारा, उपखंड अधिकारी श्वेता कोचर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र मीणा, नोहर थाना प्रभारी सुदर्शन बिश्नोई, नायब तहसीलदार विनोद मीणा आदि ने शहीद जवान की पार्थिव देह पर पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर चौकी प्रभारी एएसआई राजूराम, राजेंद्र पूनिया, विनोद गोदारा, जगदीश बिजारणिया, गौशाला अध्यक्ष रामस्वरूप बिजारणिया, सरपंच प्रतिनिधि श्योवीर ज्याणी, हीरालाल सुथार, जयसिंह पांडर, वेदप्रकाश चाचाण, मुकेश नायक, गोपीराम स्वामी, नियामत अली, रमेश बेनीवाल, जिला प्रमुख कविता मेघवाल, जिला परिषद सदस्य संतोष नायक सहित सीआरपीएफ के आला अधिकारी भी मौजूद रहे। 



गौरतलब है कि सीआरपीएफ के जवान जालिम सिंह गोदारा की गुरुवार शाम को श्रीनगर में ड्यूटी के दौरान हृदयघात होने पर उन्हें तुरंत एसएमएचएस अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जालिम सिंह अगस्त 2011 में सीआरपीएफ की एफ/132 वीं बटालियन मैं भर्ती हुए थे। उनकी तीन वर्ष पूर्व शादी हुई थी तथा उनके दो साल की एक बेटी है। तीन भाई बहनों में सबसे छोटे जालिम सिंह ने कड़े संघर्ष के बाद यह नौकरी हासिल की थी। बड़ा भाई सुभाष निजी क्षेत्र में जॉब करता है। पिता ओमप्रकाश गोदारा एक साधारण किसान है। जालिम ङ्क्षसह की शादी गांव बाहिया हरियाणा में तीन वर्ष पूर्व हुई थी। परिवार अनेक समस्याओं से जूझते हुए अब सुख के दिन बिता रहा था कि अचानक यह वज्रपात हो गया। जालिम ङ्क्षसह को खेल का भी शौक था। वह अपने छात्र जीवन में कुश्ती का अच्छा खिलाड़ी होने के साथ साथ क्रिकेट में भी काफी नाम कमाया था। 





रामसरा के नागरिकों ने भी की पुष्प वर्षा

जैसे ही शहीद की पार्थिव देह यहां भादरा सिरसा मोड़ पहँुची पार्थिव देह लेकर आने वाले वाहन को तिरंगे ध्वज व फूलों से सजाया गया। ग्राम रामसरा के बस स्टैण्ड पर गांव के गणमान्य नागरिकों व नौजवानों ने पुष्पवर्षा कर जवान की शहादत को नमन किया।

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